आयुर्वेद के छात्रों को बालकृष्ण ने धमकी दी कहा तुमने मेरा नमक खाया है, मैं तुमसे सवा तीन लाख रुपये वसूलकर रहूंगा
उत्तराखंड राज्य में आयुर्वेदिक औषधि की पढ़ाई कर रहे 13 प्राइवेट कॉलेजों के छात्र-छात्राएं पिछले कई दिनों से आन्दोलन कर रहे हैं. ऐसे में 24 नवम्बर का एक वीडियो सोशियल मीडिया पर वायरल हो रहा ह... Read more
महाराष्ट्र की डेमोक्रेसी और अमरू मडवाण के बैल
महाराष्ट्र में सत्ता प्रकरण से संबधित तेजी से बदल रहे घटनाक्रम से मजा ले रहे सोशल मीडिया के सुधी जनों की पोस्टों और टिप्पणियों को देखकर मुझे अपने गाँव का मरहूम शख्स अमरू मडवाण याद हो आता है.... Read more
सामाजिक सरोकारों के अग्रणी, सफल प्रशासक, योग्य अध्येता, कुशल अन्वेषक, विद्वत इतिहासकार डॉ. रघुनंदन सिंह टोलिया आज हमारे बीच नहीं है. लेकिन हमारे पास आज उनकी यादों और उनके लिखे साहित्य का अदभ... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – 33 पिछली क़िस्त का लिंक: कई-कई बच्चे पैदा कर चुकी असंख्य महिलाएं भी सेक्स के सुख से अंजान हैं यदि डॉक्टर की मानूं तो आज से ठीक 20 दिन बाद तुम मेरे पेट से नि... Read more
संविधान दिवस पर एक सरकारी सेवक कम लेखक का आत्मालाप
लिखना अपने होने को तस्दीक करना है Constitution Day Special Amit Srivastava हम क्यों लिखते हैं इससे पहले ये जानना ज़रूरी है कि वो क्या है जो हमें लिखने से रोकता है. कोई नियम, कोई क़ानून, कोड... Read more
सरलता जो सहजता में तरमीम होती है
संतोष कुमार तिवारी के काव्य संकलन ‘अपने-अपने दंडकारण्य’ पर एक संक्षिप्त टिप्पणी (Review of Santosh Kumar Tiwari Book Amit Srivastava) कवि का ये दूसरा काव्य-संग्रह है जिसमें जीवन की विविध भाव... Read more
राजनीति के क्षेत्र में हल्द्वानी क्षेत्र की एक ऐसी महिला का जिक्र करना आवश्यक हो जाता है जो एक साधारण परिवार की साधारण अध्यापिका से असाधारण हो गयी. और 24 साल तक उत्तर प्रदेश विधान परिषद की स... Read more
पिछले कुछ दिनों में सोशियल मीडिया में गुड़िया की कुछ तस्वीरों की फोटो वायरल हो रही हैं. उत्तराखंड की पारंपरिक पोशाक पहने इस गुड़िया का नाम रखा गया है जुन्याली. Junyali the First Uttarakhandi... Read more
ब्रह्मकमल और मोनाल को भले राज्य पक्षी एवं राज्य पुष्प का सम्मानजनक ओहदा मिल चुका हो, लेकिन लोकजीवन व लोकसाहित्य में प्योली, बुरांश तथा न्योली, घुघुती और कफुवा ने जो धमक दी, उससे ये लोकजीवन क... Read more
तुम से माफी माँगता हूं सतपुली की विजेश्वरी!
नदी की तरफ उतरते समय वह किनारे पर कपड़े धोती नजर आती है. हम नदी के तट पर दो-एक घंटे घूमते रहते हैं. वापस आते हैं तो वह काम से फारिग हो पुल की बगल में फुरसत में बैठी घाम तापती दिखती है. (Stor... Read more