पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : पर्वतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree अब हम सब चले. लोलाम्कू से आगे बढे. अब चढ़ाई थी. पह... Read more
उत्तराखण्ड के 2 गायक कोक स्टूडियो भारत सीजन-2 में अपने सुरों का जादू बिखेरने जा रहे हैं. पहली हैं खांटी कुमाऊनी लोक गायिका कमला देवी और दूसरे हैं संगीतकार, गिटारिस्ट और सुरीले गायक दिग्विजय... Read more
शक्तियों का केंद्र कालीमठ
पिछली कड़ी : पहाड़ों की अति कठिन जिंदगी में सहृदयता दिन ऐसे ही गुजरते रहे. हर दिन पिछले से ज्यादा व्यवस्थित होता चला गया और रात में हर रात नदी की आवाज के साथ कई ध्वनियां आती, सुनाई देती लगतीं... Read more
बर्फ़बारी का लुत्फ़ उठाना है तो आओ नैनीताल
इस साल जाड़े का मौसम बारिश और हिमपात के इंतजार में बीता. लम्बे इंतजार के बाद आखिर जनवरी के आखिर में उत्तराखण्ड की ऊँची चोटियों पर बर्फ़बारी हुई और निचले इलाकों में बारिश. 4 और 5 फ़रवरी को उत्तर... Read more
दुनिया भर में है कसार देवी की लोकप्रियता
नंदा देवी मेले, बाल मिठाई और कटारमल के सूर्य मंदिर के अलावा बहुत सारी चीजे़ हैं जो कुमाऊं में बसी सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा को विश्व भर में पहचान दिलाती हैं. अल्मोड़ा शहर से लगभग 8 किलोमीटर द... Read more
सितम्बर 2023 को राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित युवा कवि विहाग वैभव की कविताओं का बहुचर्चित संकलन ‘‘मोर्चे पर विदा गीत’’ की उपरोक्त पंक्तियाँ और अन्य कवितायें पढ़ने को मिलीं. पुस्तक को पढ़ते हुए... Read more
परी कथा : सोई हुई राजकुमारी और अजनबी राजकुमार
एक राज्य में बहुत ही दयालु राजा अपनी रानी के साथ ख़ुशी-ख़ुशी रहता था. उसका राज्य भी ख़ुशहाल था, लेकिन बस एक ही दुख था कि उसकी कोई संतान नहीं थी. रानी रोज़ ईश्वर से संतान प्राप्ति का आशीर्वा... Read more
लोक कथा : स्नो व्हाइट और सात बौने
यह बेहद पुरानी बात है, एक राज्य की रानी सर्दियों के समय खिड़की के पास बैठकर कुछ सिल रही थी. अचानक सुई उसकी उंगली में चुभ गई और रानी के रक्त का क़तरा पास की बर्फ पर जा गिरा. इस घटना को देख रा... Read more
पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : कोई न रोके दिल की उड़ान को काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree ऊपर से बलखाती लहराती सड़क और दूर फैली पहाड़ियां बहुत सुन्दर... Read more
समूचे दारमा गांव में महिलाओं को धर्मिक अनुष्ठानों में बराबर का अधिकार मिला हुआ है
पिछली कड़ी : फिर से मैं अपना बचपन गांव-घाटियों में गुजारना चाहता हूं हैरान-परेशान वह फिर बाहर किसी से फुसफुसाने लगा. एक बार फिर से उसने टेंट के अंदर लाइट मारकर झांका तो मजबूरन मैं उठा. उसकी ल... Read more