अभी लोकसभा चुनाव की खुमारी उतरी भी नहीं है कि उत्तराखण्ड में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के प्रचार की धार तेज होने लगी है. चमोली जिले की बद्रीनाथ विधानसभा सीट और हरिद्वार जिले की मंगलौर विध... Read more
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree प्रिंस राज सिंह रौतेला मध्य अफ्रीकी देश गैबॉन की राजधानी लिब्रेविले के एक होटल/रेस्तरां में सुपरवाइजर है. उसके साथ रेस... Read more
शारदा और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानन्द सरस्वती की पहली पुण्यतिथि
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree 99 साल की उम्र में गत वर्ष आज ही के दिन 11 सितम्बर 2022 को शारदा और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानन्द सरस्वती ब्... Read more
बागेश्वर उपचुनाव कौन किस पर भारी
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree बागेश्वर विधानसभा सीट के उपचुनाव में प्रचार काफी तेज हो गया है. मतदान को केवल चार दिन ही बचे हैं. ऐसे में अगले साल अप्रैल-म... Read more
अराजक होने से कैसे बचे कांवड़ यात्रा
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree कुमाऊं के विभिन्न डिपो से दिल्ली जाने-आने वाली बसों का कांवड़ यात्रा के आगामी 28 अगस्त को अंतिम सोमवार होने के चलते गत 24 अ... Read more
आज बिरुड़ पंचमी है
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree कुमाऊं के पिथौरागढ़, बागेश्वर जिलों में और चम्पावत जिले के कुछ क्षेत्रों में सातूँ-आठूँ का पर्व मनाया जाता है. यह पर्व भादो... Read more
आज घ्यू त्यार छू खूब घ्यू खाया हां
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree आज घ्यू त्यार है. उत्तराखण्ड के दोनों अंचलों कुमाऊँ और गढ़वाल में भादो महीने की संक्रान्ति को घ्यू त्यार मनाया जाता है. गढ़... Read more
धामी के खिलाफ व्यूह रचना?
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एक बार फिर से बेहद सक्रिय हो गए हैं. फरवरी के महीने उन्होंने पहले गढ़वाल लोकसभा सीट और उसके बाद अल्मोड़ा व नैनीताल-ऊधमसिंहनगर लोकसभा सीट का दौरा किया.... Read more
जब टार्च जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा थी
आजकल तो भाबर में अब शहर तो छोड़िए गांव-गांव बिजली की चमक पहुँच गयी है. चार दशक पहले ऐसा नहीं था. भाबर के अधिकतर गांव रात को अधेरे में डूबे रहते थे. रातों में गांव में एक अजीब तरह की नीरवता औ... Read more
कुमाऊं में शोक व्यक्त करने के तरीके
हर समाज में किसी प्रियजन की मौत पर शोक व्यक्त करने के अपने तरीके हैं. इसी तरह कुमाऊं में इसके अपने तरीके हैं. यहॉ किसी की मृत्यु के दिन से बारह दिन का शोक मनाने की परम्परा है. बारहवें दिन पी... Read more