उत्तराखण्ड पुलिस में पुलिस अधीक्षक ( विजीलेंस, हल्द्वानी में तैनात ) व कवि अमित श्रीवास्तव के पहले उपन्यास ‘गहन है यह अन्धकारा’ का लोकार्पण कल 3 नवम्बर 2019 ( रविवार ) को नैनीताल रोड स्थित व... Read more
ये बेहतरीन जीवन्त मूर्तियों का निर्माण करते हैं जो बेहद सस्ती, वजन में हल्की और टिकाऊ होती हैं. पचास रुपए से लेकर 15 हजार रुपए तक की मूर्तियां इनके पास हैं. मतलब कि हर तरह की आर्थिक स्थिति... Read more
कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के.एस. राना एक बार फिर विवाद में फंस गए हैं. इस बार भी वे विवाद में अपने एक पत्र को लेकर ही फंसे है. अब उन्होंने उत्तराखण्ड के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को प... Read more
प्रख्यात भौतिक विज्ञानी व कुमाऊँ विश्वविद्यालय के पहले कुलपति डॉ. डीडी पंत के जन्म शताब्दी समारोहों की श्रंखला में हल्द्वानी के मेडिकल कॉलेज के सभागार में गत 13 अक्टूबर 2019 को कार्यक्रम का... Read more
थल का बालेश्वर मन्दिर: जगमोहन रौतेला का फोटो निबंध
बेड़ीनाग (पिथौरागढ़) से थल (पिथौरागढ़) को जाते हुए पूर्वी रामगंगा के पुल को पार करते ही थल का बाजार शुरु हो जाता है. मुख्य बाजार की ओर जाते हुए पुल से लगभग 25-30 मीटर की दूरी पर बाईं ओर रामग... Read more
खामोश कदमों से भी टूटती हैं रुढ़ियों की बेड़ियां
रुढ़ियों की परम्परा ऐसे ही टूटती है और समाज उनसे इसी तरह धीरे-धीरे मुक्ति पा लेता है. कहीं से विरोध के स्वर नहीं उठते. छोटे पर्दे की अभिनेत्री रुप दुर्गापाल की मॉ और अल्मोड़ा परिसर में शिक्ष... Read more
बालकृष्ण : विषाक्त मिठाई का रहस्य बरकरार
देश में आयुर्वेद और योग की सबसे बड़ी कम्पनी पतंजलि योग पीठ के महामन्त्री बालकृष्ण की बीमारी का रहस्य एक हफ्ते बाद भी बरकरार है. रहस्य इस मामले में कि उनके बीमार होने को विषाक्त मिठाई खाने से... Read more
विकास के नाम पर पर्यावरण की हत्या
तथाकथित विकास के नाम पर वर्षों पुराने हरे पेड़ काटने वालो इसकी हाय से बचोगे नहीं तुम देख लेना. पूछ लो कुछ पुराने लोगों के बारे में. उनके परिवारों की क्या स्थिति है आज? गर्मी के दिनों में बटो... Read more
उत्तराखण्ड के दोनों अंचलों कुमाऊँ और गढ़वाल में भादो (भाद्रपद) महीने की संक्रान्ति को घी त्यौहार मनाया जाता है. कुमाऊँ में इसे घ्यूं त्यार कहते हैं तो गढ़वाल में इसे घी संक्रान्त कहते हैं. उ... Read more
बिशनी देवी साह – स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान जेल जाने वाली उत्तराखंड की पहली महिला
अंग्रेजों की दासता से पीड़ित भारतीय जनता ने आखिरकार 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत का झण्डा बुलन्द कर ही दिया. इस बगावत की चिंगारी धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गई. जिसका प्रभाव देश के सुदूर... Read more