जनता क्यों पगला गई है जेसीबी की खुदाई देखकर
भारत में कब किस दिन क्या ट्रेंड हो जाये कहा नहीं जा सकता. आज सुबह से कोई भी सोशियल साईट ले लो सब जगह जेसीबी की खुदाई ( #JCBKiKhudai ) ने खुदाई मचाई है. रातों रात जेसीबी की खुदाई इस कदर ट्रें... Read more
धार्मिक आस्था का केंद्र जोशीमठ ऐतिहासिक व धार्मिक महत्त्व का शहर है. गढ़वाल मंडल के चमोली जिले के पेनखंडा परगने में स्थित जोशीमठ का पौराणिक नाम ज्योतिर्मठ बताया जाता है. जोशीमठ कर्णप्रयाग बद्... Read more
कपिल देव के 175 नॉट आउट की एक स्मृति
सभी संभावनाओं को दरकिनार कर पिछली दो बार की विश्व चैम्पियन टीम वेस्ट इंडीज को पहले लीग में और फिर फाइनल में अप्रत्याशित रूप से हरा कर 1983 का विश्वकप भारत ने जीता था. मुझे नहीं लगता कि भारत... Read more
अपने बचपन के गाँव को ठीक-ठीक आज न स्मरण कर पाने का एक बड़ा कारण शहर आने के बाद उत्तराखंड राज्य को लेकर चलनेवाला जन-आन्दोलन और उसमें कुछ हद तक मेरी अपनी हिस्सेदारी भी थी. (Uttarakhand poor des... Read more
एक फायर के तीन शिकार कुली, मुर्गी और ‘अल्मोड़ा अख़बार’ यह टिप्पणी गढ़वाल समाचार पत्र की है. गढ़वाल समाचार पत्र ने यह टिप्पणी तब की थी जब ब्रिटिश सरकार ने अल्मोड़ा अखबार को बंद करवा दि... Read more
टीटू सिंह और टोनी सिंह को याद करने का दिन
“वड्डा कौण है?” “तुसी” “समझदार कौण है?” तुसी” “इटेलीजेंट कौण है?” “तुसी” यह टीटू सिंह और टोनी सिंह के बीच होने वाला एक वार्त... Read more
दूनागिरी अल्मोड़ा जिले की एक पहाड़ी है. अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 60 किमी है. यह रानीखेत कर्णप्रयाग मार्ग पर द्वाराहाट से 15 किमी की दूरी पर स्थित है. दूनागिरी की पहाड़ी को ही पुर... Read more
क्रिकेट इतिहास का सबसे घटिया फैसला और 45 आल आउट
एक फाइनल, नौ जीरो पिछली क़िस्त में आपने पढ़ा किस तरह वेस्ट इंडीज ने विव रिचर्ड्स और जोएल गार्नर के शानदार प्रदर्शनों के बूते पर 1979 के विश्वकप का फाइनल अपने नाम कर लिया था. इस फाइनल से सम्बंध... Read more
उत्तराखण्ड के बेरीनाग के नजदीक त्रिपुरादेवी नामक एक छोटे से गाँव में कोई पच्चीस सालों से रह रहे दंपत्ति रजनीश और रश्मि ने अपने हौसले, जिद और अथक मेहनत से अवनि जैसी सफल संस्था को खड़ा किया है.... Read more
सबसे मुश्किल है अच्छा इंसान बन पाना
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – आठवीं क़िस्त पिछली क़िस्त का लिंक: माँ की इच्छाओं की अकाल मृत्यु आज अपने एक दोस्त के साथ दो-ढाई घंटे बतियाई, बहुत अच्छा लगा. थोड़ी सी दिमागी भूख मिटी. वो उम्र में... Read more