कभी हिमालय की तलहटी में बसे गाँवों की आर्थिकी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पशुपालकों के त्योहार लाया का महत्वपूर्ण स्थान था, लेकिन सरकारों की बेरुखी और नियोजन की अक्षमता व विपणन की सही... Read more
‘गिर्दा’ की जीवन कहानी
‘गिर्दा’ की पूरी जीवन कहानी यायावरी की है. हवलबाग के पास कोसी नदी के करीब ज्योली गांव में माता श्रीमती जीवन्ती तिवाड़ी और पिता हंसा दत्त तिवाड़ी के घर 10 सितम्बर, 1945 को उनका जन्म हुआ. पांच... Read more
आधुनिक चिकित्सा पद्धति एलोपैथी की शुरूआत तो उन्नीसवीं शताब्दी में हुई और देश में तो इसकी पहुंच आमजन तक स्वतंत्रता की प्राप्ति के बाद तक भी बहुत सीमित थी. उस दौर में शुद्ध खान-पान, स्वच्छ पर्... Read more
पूर्व मुख्यमंत्री टॉर्च और मोमबत्ती की मदद से खोजने निकले ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण
भले ही उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत विधानसभा सदस्य न हों लेकिन कल से गैरसैण में होने वाले मानसून सत्र के दौरान वह गैरसैण में मौजूद रहेंगे. जहां विधानसभा में अन्य सदस्य क़ागज और प... Read more
उत्तराखंड में सकल पर्यावरण सूचक
देश के विकास की दर की माप के सूचक सकल राष्ट्रीय उत्पाद या जीडीपी के मानक हैं परन्तु आर्थिक क्रियाओं से संबंधित प्रकृति व परिवेश यथा जल-जमीन और जंगल से संबंधित पर्यावरण की लागतों और इनसे प्रा... Read more
विश्व साहित्य के इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो कई कवि ऐसे हुए हैं जिन्होंने बहुत कम उम्र में ही अपने द्वारा रचित साहित्य से अपना ऊँचा मकाम बनाया है. बहुत कवियों ने मार्मिक प्रेमगीत लिखे हैं, विरह... Read more
पानि-बाण से जूझ रहा उत्तराखंड
बादल फटने की घटना उत्तराखंड के लिये बड़ी मुसिबत लेकर आती है. पिछले कुछ सालों में बदल फटने की घटना राज्य में बड़ी आम हो गयी है. एक अनुमान के अनुसार राज्य में होने वाली प्राकृतिक आपदाओं में सब... Read more
हरियाणे के बलाली गाँव का नाम सुना होगा. वही फोगाट बहनों का गाँव! दिल्ली से एक सौ दस किलोमीटर दूर इस गाँव तक पहुँचने में गाड़ी से अमूमन दो-ढाई घंटे लगते हैं. रास्ते में झज्जर कस्बा पड़ता है ज... Read more
1982 में गोपेश्वर
इस शताब्दी के पांचवें दसक के अन्त में आ चीनी विस्तारवादी ड्रेगन के खूनी पंजों में फंस कर जब तिब्बत का कमजोर कबूतर लहूलुहान हो गया, तो मानसरोवर गंवा कर तत्कालीन भारत का पंचशीली राजहंस अपनी गर... Read more
अल्मोड़ा की मॉल रोड पर रोज़ सुबह, शाम चाहे गर्मी हो या बरसात, दो लोग एक बुजुर्ग और एक बहुत छोटा बच्चा जिसकी उम्र 4 साल रही होगी, रोज़ अपना बैडमिंटन किट कंधों में लादे हुए अल्मोड़ा स्टेडियम क... Read more