इस मामले में कुछ सवाल अभी भी बाकी हैं. मसलन इतने गंभीर मामले में केस रेगुलर पुलिस को सौंपने में प्रशासन ने जो हीलाहवाली की उसकी जिम्मेदारी किसकी है. इस गंभीर लापरवाही के दोषियों के खिलाफ एक्शन कब लिया जाएगा. सोशल मीडिया के माध्यम से दबाव नहीं बनता तो शायद अंकिता का मामला भी पटवारी फ़ाइल में दम तोड़कर रह जाता. (Ankita Bhandari Case Uttarakhand)
आज सुबह 6 दिनों से लापता अंकिता का शव बरामद कर लिया गया. एएसपी कोटद्वार ने कल मामले का खुलासा करते हुए बताया था कि पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी 19 वर्षीय अंकिता भंडारी वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी. 19 तारीख़ की सुबह रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता की गुमशुदगी की रपट राजस्व पुलिस चौकी में दर्ज कराई. पटवारी की जांच में बृहस्पतिवार तक भी अंकिता का कोई सुराग नहीं मिला. इस बीच अंकिता के परिवार की इच्छा के बावजूद मामला रेगुलर पुलिस को नहीं सौंपा गया.
महिला आयोग ये हस्तक्षेप और सोशल मीडिया के भारी दबाव के बाद बृहस्पतिवार को मामला ऋषिकेश पुलिस को सौंपा गया. पुलिस ने 24 घंटे में इस केस का खुलासा किया, जिसमें रिजार्ट संचालक पुलकित आर्य व 2 अन्य को दोषी पाया गया.
रिजॉर्ट के कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि 18 सितंबर को शाम आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भाष्कर के साथ रिजॉर्ट से ऋषिकेश के लिए निकली थी. रात साढ़े दस बजे तीनों ही रिजॉर्ट में लौटे आये लेकिन अंकिता इनके साथ नहीं थी.
इस आधार पर जब तीनों से पूछताछ की गयी तो मामले का सच सामने आया. उन्होंने पुलिस को बताया कि रिजॉर्ट मालिक चाहता था कि अंकिता वहां आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाये लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं थी. अंकिता यह बात अपने दोस्तों को बता रही थी. वह बार-बार रिजॉर्ट की हकीकत सबके सामने जाहिर कर देने की धमकी भी दे रही थी. घटना वाली रात दो अलग-अलग वाहनों पर चारों लोग चीला बैराज पहुंचे. वहां इन तीनों ने शराब पी. फिर थोड़ा आगे नहर किनारे रुक गए. यहां पर पुलकित और अंकिता के बीच फिर से बहस होने लगी और इसके बाद पुलकित ने अंकिता को नहर में फेंक दिया. घटना का खुलासा होने के बाद जनता का गुस्सा और ज्यादा भड़क गया. हत्यारे पुलकित के पिता व भाई के भाजपा नेता होने की वजह से लोग ज्यादा आक्रोशित थे.
आक्रोशित महिलाओं ने उस पुलिस गाड़ी का घेराव किया जिसमें आरोपियों को ले जाया जा रहा था. आरोपियों की पिटाई कर दी गयी और उनके कपड़े फाड़ दिए गए.
आज सुबह अंकिता का शव बरामद होने के बाद लोग और आक्रोशित हो गए. जिलाधिकारी पौड़ी ने बताया कि “उसका (अंकिता भंडारी) शव आज सुबह बरामद किया गया. परिवार के सामने शव का पंचनामा किया गया और पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है. एक पैनल के माध्यम से पोस्टमॉर्टम करने का निर्णय लिया गया है. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जा रही है.”
देर रात आरोपियों के रिजॉर्ट में बुलडोजर से कार्रवाई की गयी. मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए एसआईटी भी गठित की है.
स्थानीय लोगों ने आक्रोशित होकर रिजॉर्ट में आग लगा दी.
ऋषिकेश में लोगों ने अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने भाजपा विधायक रेणु बिष्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और उनकी कार में तोड़फोड़ भी की.
पुलकित के पिता और भाई को भाजपा ने पार्टी से बर्खास्त कर दिया.
मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के भाई और भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे अंकित आर्य को उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष के पद से भी तत्काल हटाने के निर्देश दे दिए.
इस मामले में कुछ सवाल अभी भी बाकी हैं. मसलन इतने गंभीर मामले में केस रेगुलर पुलिस को सौंपने में प्रशासन ने जो हीलाहवाली की उसकी जिम्मेदारी किसकी है. इस गंभीर लापरवाही के दोषियों के खिलाफ एक्शन कब लिया जाएगा. सोशल मीडिया के माध्यम से दबाव नहीं बनता तो शायद अंकिता का माम ला भी पटवारी फ़ाइल में दम तोड़कर रह जाता. (Ankita Bhandari Case Uttarakhand)
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