प्रो. मृगेश पाण्डे

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जिंदगानी के सफर में हम भी तेरे हमसफ़र हैं

पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : दिशाएं देखो रंग भरी, चमक भरी उमंग भरी हम अब उस तिकोने से पहाड़…

18 hours ago

कुमाउँनी बोलने, लिखने, सीखने और समझने वालों के लिए उपयोगी किताब

1980 के दशक में पिथौरागढ़ महाविद्यालय के जूलॉजी विभाग में प्रवक्ता रहे पूरन चंद्र जोशी. लम्बे कद के शांत मृदुभाषी,…

1 week ago

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : दिशाएं देखो रंग भरी, चमक भरी उमंग भरी

पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : दिल के चमन को खिलाता है कोई छिपला जाने के लिए बरम वाला रास्ता…

3 weeks ago

“जलवायु संकट सांस्कृतिक संकट है” अमिताव घोष

2024 का लब्ध प्रतिष्ठित "इरेमस" पुरस्कार प्रख्यात रचनाकार अमिताव घोष को प्रदान किया गया है. यह इस सन्दर्भ में अत्यंत…

1 month ago

“चांचरी” की रचनाओं के साथ कहानीकार जीवन पंत

नैनीताल रईस होटल में रहते थे, गोरखा लाइन हाई स्कूल के नीचे, कृष्णापुर जाने वाले रास्ते के बायीं ओर. कोई…

2 months ago

जंगल बचने की आस : सुप्रीम कोर्ट का अंतरिम आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को चेतावनी दी है कि वह उसके द्वारा दी गई वनों की…

2 months ago

जनजाति विकास : मध्यवर्ती तकनीक, बेहतर भी कारगर भी

परंपरा से संजोया शिल्प व कौशल, भले ही वह मिट्टी के बर्तन हों या ऊन से बने परिधान, सजावट के…

3 months ago

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : दिल के चमन को खिलाता है कोई

पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : पर्वतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है काफल ट्री की आर्थिक सहायता के…

3 months ago

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : पर्वतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है

पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : कोई न रोके दिल की उड़ान को काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये…

3 months ago

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : कोई न रोके दिल की उड़ान को

पिछली कड़ी - छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : ये वादियाँ ये सदायें बुला रही हैं तुम्हें काफल ट्री की आर्थिक सहायता के…

4 months ago