डॉक्युमेंट्री फिल्म मोती बाग की ऑस्कर एंट्री की खबर हम काफल ट्री के माध्यम से पहले ही आप तक पहुँचा चुके हैं. आज हम फिल्म की समीक्षा करेंगे. पिछले हफ्ते गढ़वाल विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञा... Read more
मैं पर्यटन स्थलों को छोड़कर, उत्तराखंड के आंतरिक ऐसे किसी पहाड़ी गांव में नहीं गया था जहां पलायन को इतना करीब से देखा हो. अपनी पिछली यात्रा के दौरान मैं चंपावत जिले के पाटी ब्लॉक में रीठा सा... Read more
हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी नानकमत्ता दीपावली में लगने वाले भव्य मेले के लिए सजाया जा चुका है. लगभग 8-10 दिन चलने वाले इस मेले की शुरूआत दीपावली के दिन से हो जाती है. देश भर से लाखों श्रद्धा... Read more
बात दीवाली के उन दिनों की है जब तक बाजार में सोनपापड़ी का आगमन नहीं हुआ था. हाथ से बने बतीसे को देशी सोनपापड़ी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था लेकिन पतीसे का बाजार में कोई एकाधिकार नहीं थ... Read more
अमूमन किसी भी शहरी यात्री के लिए पहाड़ों की ओर आकर्षित होने के दो मुख्य कारण होते हैं. एक तो प्राकृतिक सुंदरता और शुद्ध हवा, दूसरा लोकल खाना और पहाड़ी लोग. इनमें से हम कितना कुछ पहाड़ों में... Read more
शिव को समर्पित रैसाड़ देवता का मंदिर
नई टिहरी से मात्र 6 किलोमीटर चंबा की तरफ बढ़ने पर एक कच्चा सा अनजान रास्ता ऊपर गॉंव की तरफ जाता है. इस रास्ते पर बमुश्किल 1 किलोमीटर की दूरी पर आपको एक भव्य मंदिर नजर आता है जिसे रैसाड़ देवत... Read more
ईजा (माँ) ये हाईस्कूल की मार्कशीट में लिखी जन्मतिथि तो बाज्यू/काक ज्यू (पापा/चाचा जी) एडमिशन के टाइम ऐसे ही लिखा आए थे लेकिन मेरी असल जन्मतिथि क्या है? ये एक ऐसा सवाल है जो 90 के दशक तक उत्त... Read more
मुर्गा, दारू, साड़ी और प्रधानी का चुनाव
पिछली कड़ी – खीम दा की खिमली और प्रधानी का चुनाव लोकमणि और खीम दा को हरदत्त ज्यू की बातें सपने में भी परेशान करने लगी. चुनाव में अब कुछ ही दिन शेष रह गये हैं लेकिन सारा माहौल ये हरदत्त... Read more
खीम दा की खिमली और प्रधानी का चुनाव
उत्तराखंड में प्रधानी के चुनाव अब जाकर आए हैं लेकिन खीम दा को प्रधानी का बुखार पिछले साल से ही चढ़ने लगा था. वैसे तो खीम दा ने जिंदगी में कोई बड़ा तीर नही मारा ठैरा लेकिन लोगों द्वारा चने के... Read more
विश्व पर्यटन दिवस: भारत में पर्यटन की संभावनाएँ
विश्व पर्यटन दिवस की शुरूआत 1980 में हुई. तब से हर वर्ष 27 सितम्बर को दुनिया भर में विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है. विश्व में पर्यटन के प्रति जागरूकता व प्रचार-प्रसार के लिए इस दिन को चुना... Read more
Popular Posts
- पहाड़ों में पिछले एक महीने से खेतों में उत्सव का माहौल है
- जी रया जागि रया यो दिन यो मास भेटने रया
- कल हरेला है
- चौमास में पहाड़
- एक सुनहरे युग के आख़िरी बाशिंदे थे जिमी
- छिपलाकोट अंतरयात्रा: चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएँ
- मखमली दुनिया के सफ़र में : फोटो निबंध
- कुन्चा : रं (शौका) समुदाय की एक कथा
- पहाड़ के खेतों से पेरिस ओलम्पिक का सफ़र तय करने वाली अंकिता
- आतंकी हमले में शहीद पांचों जवान उत्तराखंड के
- घर से नहीं निकलने वाला वोटर
- हरेला कब बोया जाता है
- कांग्रेस-बसपा के सामने अपनी सीटें बचाने की चुनौती : उत्तराखंड उपचुनाव
- सड़क की भूख गाँवों को जोड़ने वाले छोटे रास्ते निगल गई
- बगोरी की राधा
- पंवाली कांठा का सुकून : फोटो निबंध
- उत्तराखंड की पांच उच्च जोखिम वाली ग्लेशियल झीलें
- मैं रिसाल हूं, बिनसर का अभिन्न अंग, इसे जलाने का दोषी नहीं
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लिया
- देहरादून की जनता ने अपने पेड़ों को बचाने की एक और लड़ाई जीती
- जब पहाड़ के बच्चों का मुकाबला अंग्रेजी मीडियम से न होकर हिन्दी मीडियम से था
- मुनस्यारी के धर्मेन्द्र की डॉक्यूमेंट्री इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखेगी
- तैमूर लंग की आपबीती
- हमारे बच्चों के लिए गांव के वीडियो ‘वाऊ फैक्टर’ हैं लेकिन उनके सपनों में जुकरबर्ग और एलन मस्क की दुनिया है
- मेले से पिछली रात ऐसा दिखा कैंची धाम