कानून के दरवाजे पर : फ़्रेंज़ काफ़्का की कहानी
-अनुवाद : सुकेश साहनी कानून के द्वार पर रखवाला खड़ा है. उस देश का एक आम आदमी उसके पास आकर कानून के स... Read more
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स्त्री अपने घर के वृत्त में ही परिवर्तन के चाक पर घूमती रहती है. वह भी बदलते समय के साथ-साथ ही अपने... Read more
सुन्दर चन्द ठाकुर कवि, पत्रकार, सम्पादक और उपन्यासकार सुन्दर चन्द ठाकुर सम्प्रति नवभारत टाइम्स के मु... Read more
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree बचपन की मधुर यादें लेकर दादी... Read more
अपने जमाने में चलन ऐसा नहीं था कि तीन साल का हो जाने पर बच्चे को तिपहिया साइकिल दिलायी जाए और छः साल... Read more
पौड़ी जिले कल्जीखाल ब्लॉक के सांगुड़ा गॉंव में रहते हैं 83 वर्षीय किसान विद्यादत्त शर्मा. इस नाम से... Read more
स्त्री अपने घर के वृत्त में ही परिवर्तन के चाक पर घूमती रहती है. वह भी बदलते समय के साथ-साथ ही अपने... Read more
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1927 में हुई थी पहली बार क्रिकेट की रनिंग कमेंट्री
क्रिकेट की रनिंग कमेंट्री के क्षेत्र में बीबीसी को पायनियर का दर्ज़ा इस लिहाज़ से हासिल है कि उसके द्वारा 14 मई 1927 को चर्च में भाषण दे रहे एक पादरी महोदय से रेडियो पर लाइव क्रिकेट कमेंट्री करने का निवेदन किया गया. इंग्लैण्ड के लेटन में मेहमान न्यूजीलैंड और मेज़बान एसेक्स काउंटी के बीच […] Read more