शिकायत करो कि शिकायत करना धर्म है
शिकायत मनुष्य का मौलिक गुण धर्म है. वह जिसे किसी से शिकायत न हो उसके आदमी होने में संदेह की संभावना रहती है (Complaint Culture in Offices). अल्मोड़े में ऐसा न था. यहां शिकायतें उतनी ही विविध... Read more
जिसके हम मामा हैं – शरद जोशी के बहाने
“बाढ़ और अकाल से मुर्गा बच जाए मगर वह हमसे सुरक्षित नहीं रह सकता” कमिश्नर ने कहा और इस मजा पर सब जोर से हंसने लगे. बाहर बाढ़ और अन्दर लंच चल रहा है. भारतीय दर्शक कुछ समय तक मंच पर... Read more
डोई का डोयाट – इस दफा पिंडारी घाटी
दिन – 1 : बागेश्वर से खाती गाँव खबडोली गाँव में रात गुजारने के बाद हम तैयार थे आज खाती गाँव की ओर निकलने के लिए. असल मे एक दिन पहले हम (मैं और रिस्की पाठक) हल्द्वानी से एक बाइक मे 20... Read more
देश का कपाल गृह नक्षत्रों की चाल
गैरीगुरु की पालिटिकल इकानोमी : अथ चुनाव प्रसंग-6 पिछली कड़ी : उठती है हर निगाह खरीदार की तरह स्वस्ति श्री सर्वोपमा योग्य श्री ३ चेले गिरिजा नामधारी गैरीगुरु आशीष पहुंचे. अत्र कुशलम तत्रास्तु.... Read more
गढ़वाल मंडल के चमोली जिले की नीति घाटी में एक गाँव है मलारी. 2001 की जनगणना के मुताबिक मलारी की जनसंख्या 649 थी, इसमें 318 पुरुष और 331 महिलाएं शामिल हैं. गाँव के लोग शीतकालीन प्रवास पर 6 मही... Read more
पहाड़ और मेरा जीवन – 34 (पिछली कड़ी:वो दिनभर किराए की साइकिल चलाना और बतौर कप्तान वो फुटबॉल मैच में मेरा अविश्वसनीय गोल) आजकल के माता-पिता अपने बच्चों को कलेजे से लगाकर रखते हैं. उन्हें कुछ भ... Read more
कौसानी के कवि सुमित्रानंदन पंत -जन्मदिन पर विशेष
20 मई 1900 को जन्मे इस सुकुमार कवि के बचपन का नाम गुसांई दत्त था. स्लेटी छतों वाले पहाड़ी घर, आंगन के सामने आड़ू खुबानी के पेड़, पक्षियों का कलरव, सर्पिल पगडण्डियां, बांज, बुरांश व चीड़ के पेड़ों... Read more
उत्तराखण्ड के वर्तमान बागेश्वर जिले में स्थित मनोरम पर्यटन-स्थल कौसानी में वर्ष 1900 में आज ही दिन यानी 20 मई को एक मध्यवर्गीय कुमाऊनी ब्राह्मण गंगा दत्त पन्त के घर जन्मे थे भारतीय काव्य की... Read more
मसूरी में राहुल सांकृत्यायन
25 सितम्बर को बैरिस्टर श्री मुकुन्दीलाल ली आये. मुकुन्दीलाल जी अपने क्षेत्र में वही स्थान रखते हैं, जो कि जायसवाल जी बिहार में. दोनों आक्सफोर्ड के स्नातक और बैरिस्टर है. जायसवाल जी बैरिस्ट्र... Read more
लोहाखाम देवता का मंदिर
स्थानीय भाषा में लुखाम कहे जाने वाले लोहाखाम देवता का मंदिर नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लॉक की चौगढ़ पट्टी में है. इस मंदिर में पहुँचने के लिए आपको ओखलकांडा से 12 किमी की चढ़ाई चढ़नी होती है. का... Read more