पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जिंदगानी के सफर में हम भी तेरे हमसफ़र हैं भटियाखान के इस तप्पड़ से आगे छिपला की ओर जाते जूता चप्पल सब उतर जाता है. सारी चढ़ाई नंगे पाँव. यहां ढाल वाले चपट... Read more
कई बार उन्हें केवल हंसाने वाला कवि मान लिया जाता रहा है पर शेरदा की कविता में गहरा जीवनदर्शन है. मिसाल के तौर पर उनकी एक मशहूर कृति ‘बुड़ी अकावौ प्रेम’ यानी ‘घोर बुढ़ापे की... Read more
मासी का सोमनाथ मेला
उत्तराखण्ड में लगने वाले मेले यहाँ के लोगों को अपनी सांस्कृतिक विरासत से जोड़ कर रखते हैं. इन मेलों में पहाड़ के लोगों का अपनी परंपरा के प्रति उत्साह और समर्पण देखने को मिलता है. कुमाऊँ के अ... Read more
अस्कोट-आराकोट यात्रा 25 मई से
यात्रा प्रारम्भ – 25 मई, 2024, 11 बजे सुबह, पांगूयात्रा समाप्ति – 8 जुलाई, 2024, आराकोट आगामी 25 मई 2024 से आरंभ होने वाला अस्कोट-आराकोट अभियान छठी यात्रा है. यह अभियान का पचासवां साल भी है.... Read more
कानून के दरवाजे पर : फ़्रेंज़ काफ़्का की कहानी
-अनुवाद : सुकेश साहनी कानून के द्वार पर रखवाला खड़ा है. उस देश का एक आम आदमी उसके पास आकर कानून के समक्ष पेश होने की इजाजत माँगता है. मगर वह उसे भीतर प्रवेश की इजाजत नहीं देता. (Story by Fra... Read more
अमृता प्रीतम की कहानी : जंगली बूटी
अंगूरी, मेरे पड़ोसियों के पड़ोसियों के पड़ोसियों के घर, उनके बड़े ही पुराने नौकर की बिल्कुल नई बीवी है. एक तो नई इस बात से कि वह अपने पति की दूसरी बीवी है, सो उसका पति ‘दुहाजू’ हुआ. जू का मत... Read more
अंतिम प्यार : रवींद्रनाथ टैगोर की कहानी
आर्ट स्कूल के प्रोफेसर मनमोहन बाबू घर पर बैठे मित्रों के साथ मनोरंजन कर रहे थे, ठीक उसी समय योगेश बाबू ने कमरे में प्रवेश किया. (Hindi Story Rabindranath Tagore) योगेश बाबू अच्छे चित्रकार थे... Read more
माँ का सिलबट्टे से प्रेम
स्त्री अपने घर के वृत्त में ही परिवर्तन के चाक पर घूमती रहती है. वह भी बदलते समय के साथ-साथ ही अपने घर के परिदृश्य को भी विकास के नवीनतम रुप में परिवर्तित करती रहती है. देखा जाये तो यही उसक... Read more
‘राजुला मालूशाही’ ख्वाबों में बनी एक प्रेम कहानी
कोक स्टूडियो में, कमला देवी, नेहा कक्कड़ और नितेश बिष्ट (हुड़का) की बंदगी में कुमाऊं की ऐतिहासिक प्रेम कथा “राजुला मालूशाही” की पृष्ठभूमि में गया गाना, जो लवराज द्वारा लिखा गया ह... Read more
भूत की चुटिया हाथ
लोगों के नौनिहाल स्कूल पढ़ने जाते और गब्दू गुएरों (ग्वालों) के साथ गुच्छी खेलने सामने के चरागाह पर जाता. लोगों के बच्चों ने सीखा पढ़ना लिखना. गब्दू ने सीखा गाड़ (छोटी नदी) की गडियाल (मछली) म... Read more