इगास के पकवानों की तस्वीरें
बड़ी बग्वाल की तरह इस दिन भी दिए जलाते हैं, पकवान बनाए जाते हैं. यह ऐसा समय होता है जब पहाड़ धन-धान्य और घी-दूध से परिपूर्ण होता है. बाड़े-सग्वाड़ों में तरह-तरह की सब्जियां होती हैं. इस दिन... Read more
गोधनोत्सव उत्तराखण्ड के कुमाऊं मंडल में दीपावली के दूसरे दिन यानि कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाने वाला पशुत्सव है. इस तरह का त्यौहार देश के लगभग सभी हिस्सों में अलग-अलग समय में कृषक समु... Read more
नैनीताल में कल की दीवाली
अब देखिये नैनीताल में कल की दीवाली की जबरदस्त तस्वीरें. इन्हें हमारे स्टार फोटोग्राफर अमित साह ने नैनीताल से भेजा है. काफल ट्री के फेसबुक पेज को लाइक करें : Kafal Tree Online फोटोग्राफर... Read more
कुमाऊनी में सभी दीर्घ स्वरों के हृस्व रूप भी मिलते हैं. कहीं-कहीं यह हृस्वात्म्कता अर्थ्भेदक भी है. जैसे – (Main Characteristics of Kumaoni Language) आ'म = दादी,नानी आम = फल विशेषखे'ल... Read more
अर्जुन का अवतार है कुमाऊं का ऐड़ी देवता
ऐड़ी (अहेरी) कुमाऊं मण्डल का एक बहुपूजित लोक देवता है. देवकुल में इसका महत्वपूर्ण स्थान है, सैम व गोरिया के समान इसकी पूजा सम्पूर्ण क्षेत्र में प्रचलित है. प्रमुख रूप से पशुचारक वर्ग का देवत... Read more
कहानी से भागता, बिखरता और टूटता सेक्रेड गेम्स सीजन 2 : बेशक सेक्रेड गेम्स भाग दो, गायतोंडे, सरताज, परोलकर, माजिद, राव, बत्या, गुरुजी जैसे किरदारों की तरह ही अपनी गहन छटपटाहटों, हिंसाओं, अपरा... Read more
विरासत 2019 से तीसरे दिन के फोटो
देहरादून में चल रहे विरासत 2019 के तीसरे दिन के कुछ फोटो हमें आयोजन समिति द्वारा उपलब्ध कराये गए हैं. Photos from Virasat 2019 Third Day इन्हें भी देखें: देहरादून में शुरू हुआ विरासत – 2019... Read more
काली कुमाऊं के जिमदार देवता अर्थात भूमिया की कथा
भूमि के देवता के रूप में जिमदार, भूमियाँ व क्षेत्रपाल, इन तीन नामों से पूजा जाता है. भूमिया जो भूमि का स्वामी, गाँव का रक्षक, पशुओं तथा खेती की देखभाल करने वाला ग्राम देवता है, इसी को कुछ लो... Read more
ऐतिहासिक महत्व का है कुमाऊं का गणानाथ मंदिर
अल्मोड़ा नगर से 47 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गणानाथ मंदिर जाने के लिए अल्मोड़ा-सोमेश्वर मार्ग पर स्थिर रनमन नामक जगह से ग्नानाथ तक का 7 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई वाला कच्चा मार्ग है. इसके अलावा अल... Read more
गणानाथ मन्दिर की अलौकिक विष्णु प्रतिमा
अल्मोड़ा से कोई 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गणानाथ का मंदिर मूलतः शिव का मंदिर है. समुद्रतट से 2116 मीटर की ऊंचाई पर एक एकांत स्थल पर सतराली के समीप तल्ला स्यूनरा में मौजूद यह शिव-मंदिर लम्... Read more