वर्ष 2024 तक देश के 19 करोड़ घरों तक पीने का साफ़ पानी पहुंचाने का केंद्र सरकार का लक्ष्य हर उस भारतीय के लिए उम्मीद की एक किरण है जो आज भी पीने के साफ़ पानी से वंचित हैं. विशेषकर उन ग्रामीण... Read more
बात 1576 की है पर्शिया के एक परिवार ने हिन्दुतान की राह पकड़ी क्योंकि उन्हें शाह इस्माईल के राज्य में तंगहाली में दिन बिताने पड़ रहे थे और हिन्दुस्तान में उस वक़्त एक नेकदिल बादशाह की हुकूमत... Read more
रास बिहारी बोस का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में सर्वाधिक समय तक सक्रिय रहने वाले क्रांतिकारियों में है. रास बिहारी बोस से जुड़ी पहली सबसे महत्वपूर्ण घटना हार्डिंग बम काण्ड है.... Read more
उत्तराखंड में कृष्ण वर्णा यमुना
यमुना या कालिंदी हिमालय के तीन शिखर समूह -श्रीकंठ, बंदरपूंछ अवं जमुनोत्री कांठे के विस्तार में पसरे हिमनद यमुनोत्तरी से निकलती है जो पांच किलो मीटर की लम्बाई में विस्तृत है. पहले इसमें तीन ध... Read more
जिले के सबसे बड़े महिला अस्पताल में बच्चे के लिये ‘मोमबत्ती की लौ’ पर गर्म हो रहा है दूध
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य में हो रहे चुनाव प्रचारों में खूब वादे किये जा रहे हैं खूब दावे किये जा रहे हैं. राज्य बनने से लेकर अब राज्य में बारी बारी से भाजपा और कांग्रेस क... Read more
हम कुछ ऐसी गलतफहमियों का शिकार हैं कि उनके चलते हर कदम पर गलतियां दोहराते जाते हैं और हैरान होते हैं कि इतनी मेहनत के बावजूद हमारा जीवन पटरी पर क्यों नहीं आ रहा. भारतीय जनता की सोच में आध्या... Read more
संत राम और आनंदी देवी की जोड़ी में उत्तराखण्ड का लोक संगीत बसता है कहना बिलकुल गलत नहीं होगा. इस सुरीले दंपत्ति का ताल्लुक उत्तराखण्ड के शिल्पकार समाज की उस उपजाति से है गीत-संगीत जिनकी धमनि... Read more
हमारा समाज विविधताओं से भरा है, उतनी ही अनोखी हैं, हर क्षेत्र की लोकसंस्कृति व लोकपरम्पराऐं. कमोवेश प्रत्येक लोकजीवन की अपनी-अपनी विशिष्टताऐं होती हैं,लेकिन जब पहाड़ के लोकजीवन की बात आती है... Read more
‘मेरा भी कोई होता’ एक सीधी-सादी पहाड़न की कहानी
आग जलाने के लिए चूल्हे में फूंक मार-मारकर सुशीला की आंखें लाल हो गई थीं. कमरा धुएं से भर गया था. धुएं से उसकी आंखें चूने लगी थीं. सुशीला ने खीझ के कारण जोर से फूंक मारी, आग ‘धप्प’ से जल उठी.... Read more
मुझे पतंग उड़ाना सीख लेना चाहिए था
बहुत दूर तक नहीं जाती थी पतंग मेरीपश्चिम को बहती हवा अगरदो कलाइयां मारकर गिर जातीशिशू के आंगन, अनाथालय की छत या ज़्यादा से ज़्यादा डक्टराइन आंटी के अहाते मेंहवा पूरब को होतीतो शोभा चाचा की छ... Read more