उत्तराखण्ड की सीमान्त जोहार घाटी में मिलम के करीबी गांव जलथ में रहने वाले प्रयाग रावत बचपन से ही हिमालय और प्रकृति के प्रेमी हैं. खुद को हिमालय पुत्र कहने वाले प्रयाग रावत के जीवन के शुरुआती... Read more
मो. सलीम: पहाड़ को आवाज देता चित्रकार
भारत के महान समकालीन चित्रकार मो. सलीम का बीते शनिवार को निधन हो गया, वो 83 साल के थे. भारत के मूर्धन्य चित्रकार मो. सलीम का जन्म 5 जुलाई 1939 में अल्मोड़ा के एक साधारण परिवार में हुआ था, उन... Read more
अगर आप बर्तन धोने जैसे नियमित काम को करते हुए भी अपनी सांस पर ध्यान दे सकते हैं, तो समझिए कि आपने जीवन के सार को पा लिया. ऐसा कहना था वियतनामी बौद्ध भिक्षु थिच नात हन का, जिनका 95 वर्ष की आय... Read more
आंचलिक साहित्यिक कृति ‘हम तीन थोकदार’
वर्ष 2020 में उम्र के पचहत्तरवें पायदान में कदम रखते तीन थोकदारों का यह किस्सा शुरू हुआ जिसके पीछे गाँव के बालक की वह कथा है, जिसमें वह मातृ विहीन हो दस साल की आयु तक अपने गोठ- घर में गुजार... Read more
अलविदा सलीम साहब
दिसंबर 2019 में हुई उस मुलाक़ात के पहले उनसे अठ्ठाइस बरस पहले मिला था जब वे पंतनगर विश्वविद्यालय में सेवारत थे. उन्होंने अपनी अनेक पेन्टिंग्स दिखाई थीं जिनमें से एक को मैं कभी न भूल सका. उस... Read more
तल्लीताल का डिग्री कॉलेज हमें वापस करो
ब्रह्मा जगत-पिता हैं जिसके लिए ब्रह्मांड के सभी जीव उसकी संतान हैं. लेकिन इतिहास बताता है कि भारत की आज़ादी के बाद बने नैनीताल के पहले उच्च-शिक्षा केंद्र को लेकर इस जगतपिता ने पक्षपातपूर्ण... Read more
हलाल और झटका का झगड़ा इस तरह निपटाया नेताजी ने आज़ाद हिंद फ़ौज के सैनिकों के बीच
उनकी उम्र के बारे में ठीक-ठीक कुछ कहना मुश्किल है. गाँव के खांटी किसान. कद-काठी-काया ऐसी कि इस तरफ से देखो तो बमुश्किल पैंतालीस पचास के और उस तरफ से सत्तर के कम के तो क्या रहे होंगे. उन्होंन... Read more
कुछ दिनों से एक खबर सुर्ख़ियों में बनी हुई है जो एक बाघिन के प्रति मानवीय संवेदनाओं को ज़ाहिर करती है और उसके प्रति उसके चाहने वालों का प्यार और सम्मान को दर्शाती है. मध्य प्रदेश के सिवनी स्... Read more
अगर आप देख सकते तो न्यू इंडिया के चेहरे पर इन दिनों आपको एक अनोखी चमक दिखाई पड़ती. ये उत्सवी चमक-दमक है. देश में चारों ओर उत्सवों की बहार जो है. एक निपटा तो दूसरा आ जाता है. चमक कम हुई तो दम... Read more
भोलाराम का जीव : हरिशंकर परसाई
ऐसा कभी नहीं हुआ था… धर्मराज लाखों वर्षों से असंख्य आदमियों को कर्म और सिफारिश के आधार पर स्वर्ग या नर्क में निवास-स्थान ‘अलाट’ करते या रहे थे- पर ऐसा कभी नहीं हुआ था. (Harishankar Par... Read more