सामने पंचाचूली बांहें फैलाए दिखी. उसका ग्लेशियर किसी खौलते हुए लावे की तरह डरावना प्रतीत हो रहा था. कुछ पलों तक उसे निहारने के बाद तन्द्रा टूटी तो दांई ओर जसुली दत्ताल की एक खूबसूरत मूर्ति द... Read more
साम्प्रदायिक दंगे और उनका इलाज फूट डालो राज करो कि अपनी नीति के अनुसार ब्रिटिश सरकार सांप्रदायिक विचारों को पालने-पोसने का काम करती रही. फलस्वरूप हिंदू- मुस्लिम दंगे भी हुए. इस समस्या के हल... Read more
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत यात्रा इन दिनों खबरों में हैं. अमरीकी राष्ट्रपति अपने परिवार के साथ भारत की अधिकारिक यात्रा पर थे. उनके साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रम्प भी भारत या... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – 46 (Column by Gayatree arya 46) पिछली किस्त का लिंक: पिताओं के निकम्मेपन की वजह से माएं बच्चों के साथ एंजॉय नहीं कर पाती तुम एक लड़के के रूप में जन्म लेते ह... Read more
उत्तराखंड के कवि पार्थसारथी डबराल का जन्मदिन है आज
हिंदी साहित्य में छायावाद के प्रमुख कवियों में पंत, प्रसाद, निराला व महादेवी वर्मा का नाम सभी जानते हैं लेकिन छायावादोत्तर काल में जिन पर्वतीय कवियों ने अपनी कालजयी रचनाओं से हिंदी कविता को... Read more
दारमा के बेदांग में तैनात पंचाचूली के पहरेदार
‘क्यों आए, कैसे आए, परमिट दिखाओ…’ के सवाल उठने लाजमी थे. इस पर हमने उन्हें अपने परमिट दिखाए. रजिस्टर में दर्ज करते हुए जब उन्हें भान हुआ कि हममें से दो पत्रकार हैं तो उनका... Read more
पहाड़ों में जन्मा बैल कभी सौभाग्यशाली माना जाता था अब अपने ही जीवन के लिये लड़ता है
पहाड़ों में एक समय ऐसा भी था जब अपनी बेटी के लिये घर देखने आया पिता टेढ़ी नजर से आंगन में बंधे बैल की जोड़ियों पर जरुर नज़र मारता था. उसके हष्ट-पुष्ट शरीर से वह परिवार की आर्थिक स्थिति और अपनी ब... Read more
उत्तराखण्ड के जंगलों को जलने से रोका जा सकता है
आग लगभग सभी धर्मों में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है. कोई भी समाज आग के बिना अपने अस्तित्व की कल्पना भी नहीं कर सकता है. आग को हिन्दू धर्म में भी भगवान (अग्नि) का रूप माना जाता है और अधि... Read more
हाल ही में गाँव सूर्याजाला, नैनीताल में 16वीं नेशनल माउंटेन बाइक चैम्पियनशिप सम्पन्न हुई. चैम्पियनशिप में उत्तराखण्ड की साइकिलिस्ट पूनम राना खोलिया ने 2स्वर्ण पदक हासिल किये. प्रस्तुत है अंत... Read more
डाण्डी कांठी में बसन्त बौराने लगा है
भारतीय संस्कृति में नदी, पहाड़, पेड़-पौंधे पशु-पक्षी, लता व फल-फूलों के साथ मानव का साहचर्य और उनके प्रति संवेदनशीलता का भाव हमेशा से रहा है. प्रकृति और मानव के इस अलौकिक सम्बन्ध को स्थानीय... Read more