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3 Comments

  1. जय प्रकाश

    नोकरी के लिए जान देनी पड़ रही है । क्या विडम्बना है ।

  2. Kailash chandra Jain

    उस साथी जिसने अपने कंधो का सहारा देकर दौड़ पूरी कराई प्रशंसा और बधाई का पात्र है.

  3. Gopendra

    ऐसे नियम हैं जिनका कोई ठिकाना नहीं क्या जो वन विभाग की नौकरी कर रहे बह रोजाना क्या 25 किलोमीटर दौड़ रहे आजकल दूरसंचार के इतने साधन हैं फिर किस लिए यह सब, बेरोजगार लोगों के साथ मजाक और अन्याय हैं

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