अभी क्या हाल है हमारी पृथ्वी का
आइए, जरा अपनी पृथ्वी पर नजर डालें. यह विशाल सौरमंडल का एकमात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन है. इसमें कहीं ऊंची पर्वतमालाएं हैं तो कहीं दूर-दूर तक फैले मैदान, कहीं गहरी घाटियां हैं तो कहीं विशाल... Read more
जग्गा डाकू का पहला सबक
मेदिनीधर के बड़े भाई थे, वंशीधर. वंशीधर भाई पढ़ने में बहुत होशियार थे. न जाने कब उन्हें उपन्यास पढ़ने की आदत पड़ी, जो धीरे-धीरे लत में बदलती चली गई. यहाँ तक कि वे फिजिक्स की क्लास में भी जेब... Read more
उत्तराखण्ड की एक बीहड़ यात्रा की याद – 2
इस ट्रैवलाग ने एलानिया कहानी बनने की तरफ पहला गोता मार दिया है. लेकिन मैं इसे पूरी ताकत लगाकर कहानी होने से बचाना चाहता हूं क्योंकि हमारे जीवन का यथार्थ कहानी से कहीं ज्यादा दिलफरेब है. कहान... Read more
हम उन्हें राम भाई कहते थे. “राम भाई,” मई 2011 में एक दिन मैंने उन्हें फोन किया था- “साबरी ब्रदर्स की कव्वाली करा रहे हैं, आप जरूर आएं.” “माई प्लेजर” उन्होंने कहा था. वे आए. उस कार्यक्रम में... Read more
कहां से आती हैं परियां?
अच्छा दोस्तो, पहले यह बताओ- क्या तुमने कभी कोई परी देखी? नहीं? लेकिन, मैंने देखी है! चौंक गए ना? जब मैं भी तुम्हारी तरह बच्चा था तो मैंने परी देखी थी. उससे खूब बातें की थीं. और हां, मैं उसके... Read more
काफल पाक्यो, मील नी चाख्यो
इन दिनों जब घाम थोड़ा सा गुनगुना हो जाता है. बर्फ पहाड़ों से उतर कर गधेरों में भर जाती है. पहाड़ों की ठंडी नम जमीनें नन्हे-नन्हे कोंपलों से हरिया जाती है. चमकीली हरी मुलायम पत्तियों के बीच में... Read more
बारह बरस बाद कुरिंजी की बहार
दक्षिण भारत में बारह वर्ष बाद फिर बहार के दिन आ गए हैं. पश्चिमी घाट की ऊंची पहाड़ियों पर प्रकृति अपनी कूंची से नीला रंग भरने लगी है. रंगो-बू की यह बेशकीमती बहार वहां खिल रहे नीला कुरिंजी के फ... Read more
दर्शनशास्त्र, फुटबॉल और कामू के फटे जूते
2014 के पिछले वर्ल्ड कप में दक्षिण कोरिया और जर्मनी के खिलाफ जिस तरह का खेल अल्जीरिया ने दिखाया था, उसे अफ्रीकी फुटबॉल का एक पावरहाउस माना जाने लगा था. ‘डेज़र्ट फ़ॉक्सेज़’ के नाम से... Read more
जब पेले का खेल देखने को युद्धविराम हुआ
फ़ुटबॉल के इतिहास के महानतम खिलाड़ी माने जाने वाले पेले की तारीफ़ करते हुए हॉलैण्ड के पूर्व खिलाड़ी और कोच योहान क्रायफ़ ने एक बार कहा था: “पेले दुनिया के इकलौते फ़ुटबॉलर थे जिनका खेल किसी भ... Read more
जिसने 42 साल की उम्र में किया वर्ल्ड कप में गोल
फुटबॉल के लिए उस तरह का क्रेज़ न रखने वाले हमारे अपने देश के अखबारों तक ने उस साल अपने मुखपन्नों पर रोजर मिला की तस्वीरें छापीं थीं. नौ नंबर की गाढ़े हरे रंग की जर्सी पहनने वाले रोजर मिला ने उ... Read more