नए शैक्षिक सत्र के शुरू होने के चार महीनों बाद भी सर्व शिक्षा अभियान के तहत एक से आठवीं तक की कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को ड्रेस की रक़म चार महीने बाद भी नहीं मिल पाई है. इससे पत... Read more
आवारा कहूं या कॉस्मोपॉलिटन
कुछ कुत्ते पालतू नहीं बनते. लाख कोशिश करके देख लो, आप उन्हें पालतू बना ही नहीं सकते. पड़ोस के गांव से बहककर कॉलोनी में आ गई एक कुतिया ने दो साल पहले कुछ बच्चे दिए थे, जिनमें दो जिंदा बचे. उन... Read more
बावरे अहेरी
ललित मोहन रयाल उत्तराखण्ड सरकार की प्रशासनिक सेवा में कार्यरत ललित मोहन रयाल का लेखन अपनी चुटीली भाषा और पैनी निगाह के लिए जाना जाता है. 2018 में प्रकाशित उनकी पुस्तक ‘खड़कमाफी की स्मृत... Read more
क्या हम केरल की त्रासदी से कुछ सीखेंगे?
केरल वर्तमान में बाढ़ की तबाही से जूझ रहा है. अब तक 370 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. 8000 घर पूरी तरह बह चुके हैं. 2600 घरों को नुकसान हुआ है. 7.8 लाख लोग वर्तमान में विस्थापित शिविर में हैं.... Read more
भारत को अमेरिका द्वारा काट्सा कानून से छूट
काट्सा ( countering America’s adversaries through sanctions act) एक अमेरिकी कानून है. जिसे जनवरी 2018 में लागू किया गया. इस कानून का उद्देश्य दंडनीय उपायों के माध्यम से ईरान, रूस और उत्तरी क... Read more
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर पटाखों पर प्रतिबंध लगाने से इन्कार कर दिया है. केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने प्रदूषण की समस्या से निपटने और दीवाली के दौरान प्रदूषण क... Read more
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय समय पर चेत गया होता, तो आज यह नौबत नहीं आती. अपनी कमियों को बार-बार छिपाने का खामियाजा यह है कि यूजीसी ने 80 से अधिक पाठयक्रम संचालित करने वाले इस विश्वविद्यालय... Read more
नशे के खिलाफ कई राज्य हुए एक साथ
प्रदेश भर के स्कूलों व कालेजों में छात्रों में गलत संगत के कारण बढ़ते नशे के चलन को देखते हुए पुलिस मुख्यालय देहरादून ने एंटी ड्रग्स टास्क फ़ोर्स का गठन किया है. शिक्षकों को नोडल अधिकारी की जि... Read more
सारे रोगों का इलाज हुआ करती थी लाल दवाई की शीशी
पहले हमारे गाँव में लाल दवाई मिलती थी. और गाँव ही क्या पूरे मुल्क में चला करती थी यह लाल दवाई. चाचा नेहरू से लेकर चचा जान तक सब दीवाने थे इसके. आजकल के पूंजी के बच्चे क्या जाने ये सब. पता नह... Read more
पंकज श्रीवास्तव एक लोकधर्मी पत्रकार के तौर पर पंकज श्रीवास्तव देश के सुपरिचित नाम हैं. अनेक अखबारों और टीवी चैनलों से जुड़े रहने के बाद पंकज फिलहाल लोकप्रिय वेबसाईट ‘मीडिया विजिल’... Read more