बारह बरस बाद कुरिंजी की बहार
दक्षिण भारत में बारह वर्ष बाद फिर बहार के दिन आ गए हैं. पश्चिमी घाट की ऊंची पहाड़ियों पर प्रकृति अपनी कूंची से नीला रंग भरने लगी है. रंगो-बू की यह बेशकीमती बहार वहां खिल रहे नीला कुरिंजी के फ... Read more
दर्शनशास्त्र, फुटबॉल और कामू के फटे जूते
2014 के पिछले वर्ल्ड कप में दक्षिण कोरिया और जर्मनी के खिलाफ जिस तरह का खेल अल्जीरिया ने दिखाया था, उसे अफ्रीकी फुटबॉल का एक पावरहाउस माना जाने लगा था. ‘डेज़र्ट फ़ॉक्सेज़’ के नाम से... Read more
जब पेले का खेल देखने को युद्धविराम हुआ
फ़ुटबॉल के इतिहास के महानतम खिलाड़ी माने जाने वाले पेले की तारीफ़ करते हुए हॉलैण्ड के पूर्व खिलाड़ी और कोच योहान क्रायफ़ ने एक बार कहा था: “पेले दुनिया के इकलौते फ़ुटबॉलर थे जिनका खेल किसी भ... Read more
जिसने 42 साल की उम्र में किया वर्ल्ड कप में गोल
फुटबॉल के लिए उस तरह का क्रेज़ न रखने वाले हमारे अपने देश के अखबारों तक ने उस साल अपने मुखपन्नों पर रोजर मिला की तस्वीरें छापीं थीं. नौ नंबर की गाढ़े हरे रंग की जर्सी पहनने वाले रोजर मिला ने उ... Read more
दारमा घाटी के तितियाल बंधुओं की कथा
दो-एक दशक पहले तक मुख्य सड़क धारचूला से तवाघाट तक जाया करती थी. तवाघाट में मिलने वाली धौलीगंगा और कालीगंगा नदियों के किनारे किनारे चल कर क्रमशः दारमा और व्यांस घाटियों तक पैदल जाया जा सकता था... Read more
सीडीओ ने दे दिए कुपोषित बच्चों के परिवारों को घरों में पौधे लगाने के निर्देश
नैनीताल : नैनीताल जिला सीडीओ विनीत कुमार ने अधिकारियों को ऐसे निर्देश दे दिए, जिसे सुन अधिकारी भी हैरान रह गए. विकास भवन में 13 अगस्त को आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी कुपोषित ब... Read more
तिलाड़ी काण्ड के अठ्ठासी बरस
30 मई उत्तराखंड के इतिहास में एक रक्तरंजित तारीख है. इसी दिन 1930 में तत्कालीन टिहरी रियासत के राजा नरेंद्र शाह ने रंवाई के तिलाड़ी के मैदान में अपना लोकल जलियांवाला बाग काण्ड रच डाला था. जंग... Read more
“इन पेड़ों को काटने से पहले तुम्हें अपनी कुल्हाड़ियाँ हमारी देहों पर चलानी होंगी!”
26 मार्च 1974. उत्तराखंड का एक छोटा सा गाँव. नाम रैणी. गाँव की सभी महिलाएं एक बहादुर स्त्री के नेतृत्व में तीन दिन और तीन रात अपने पेड़ों को बचाने के लिए उनसे चिपक कर खड़ी रहती हैं. इन पेड़ों क... Read more
पूंजीवाद का अंधेरा तहखाना है कूड़ा
समकालीन जनमत से साभार लिया गया निस्सीम मन्नातुक्करन का यह लेख पूंजीवाद के डीएनए में मौजूद मनुष्य-विरोधी तत्त्वों की शिनाख्त करता है और उसके खतरनाक इरादों का पर्दाफाश भी. हमारे मुल्क में स्वच... Read more
1927 में हुई थी पहली बार क्रिकेट की रनिंग कमेंट्री
क्रिकेट की रनिंग कमेंट्री के क्षेत्र में बीबीसी को पायनियर का दर्ज़ा इस लिहाज़ से हासिल है कि उसके द्वारा 14 मई 1927 को चर्च में भाषण दे रहे एक पादरी महोदय से रेडियो पर लाइव क्रिकेट कमेंट्री क... Read more