सदाबहार रेखा
वो सावन-भादों की फुहार हैं…उमराव जान की ताजा़ ग़ज़ल…ख़ूबसूरत की शोख़ी और हर उस फिल्म की जान जिसमें वे नज़र आईं. रेखा ने जैसे उन्हें अपने क़रीब से तो गुज़रने दिया…खु़द को छूने नहीं... Read more
क्या थी धर्म संसद, और यह गई कहां?
जिस स्विडनबॉर्जियन चर्च की पहल पर 11 सितम्बर 1893 को दुनिया की एकमात्र धर्म संसद आयोजित हुई थी, वह खुद तो कहीं बह-बिला गया लेकिन दक्षिण एशिया में उसके दो अवशेष लंबे समय तक अपना प्रभाव दिखाते... Read more
कामसूत्र से कुछ सबक
कामसूत्र से कुछ सबक – महमूद दरवेश आसमानी प्याले के साथ उसका इन्तज़ार करो ख़ुशबूदार ग़ुलाबों के बीच वसन्त की शाम उसका इन्तज़ार करो पहाड़ चढ़ने का प्रशिक्षण पाए घोड़े के धैर्य के साथ उसका इन्तज़... Read more
गधेरे में गुरकती उत्तराखण्ड की शिक्षा व्यवस्था
वैसे तो किसी भी मौसम में दिल्ली से पिथौरागढ जाने वाली बस में सफर के दौरान एक चीज जो कभी नहीं बदलती वो है सुबह 6 बजे के आस-पास बस सूखीढांक पहुँचते ही हवाओं का दिमाग में घुसकर हुस्न पहाड़ों का... Read more
43वें सिद्धपीठ कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेला इस वर्ष 10 से 17 अक्तूबर तक आयोजित किया जाएगा. दिन के समय खेलकूल और रात्रि को सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएगी. कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने म... Read more
उत्तराखंड राज्य कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, कैबिनेट की बैठक में अन्य कई अहम् फैसले
उत्तराखंड राज्य कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है. सरकार ने अपने कार्मिकों को महंगाई भत्ते में दो फीसद वृद्धि की सौगात दी है. कैबिनेट बैठक में इस पर मुहर लग गयी है. कैबिनेट की बैठक में इस के अला... Read more
के.एन.सिंह – पहला सिंह इज़ किंग
आज की पीढ़ी को यकीन नहीं होगा कि खलनायक था. सूट-बूट के ऊपर ओवरकोट, सिर पर हैट और मुंह में दबी सिगरेट से निकलता धुआं. रहस्यमयी कातिलाना मुस्कान. सीन में उसकी एंट्री के अंदाज़ से ही दर्शक समझ जा... Read more
इतिहास के पन्नों से गायब हैं महिलायें
भले ही आज भारत में सबसे लोकप्रिय होने वाले चुटकुले पत्नी प्रताड़ित पतियों के हों, भले ही आज संसद में बैठे पुरुष, महिला आयोग की तर्ज पर एक पुरुष आयोग की मांग कर रहे हों पर हकीकत यह है कि वर्त... Read more
अनछुई जगह से लौटकर उस यात्रा के अधूरेपन का अहसास दिल को सालता रहता है. मेरे साथ हमेशा ही ऐसा होता है. उस जगह में रच-बसकर जीना हो तो अगली मुलाकातें जरूरी हो जाती हैं. दूसरी यात्रा में ही आप उ... Read more
मैं मुरली मनोहर मंजुल बोल रहा हूँ
रेडियो में बैठे कई लोगों का मानना है कि क्रिकेट की लोकप्रियता के हमारे यहाँ सर चढ कर बोलने का कारण असल में रेडियो पर भाषाई और खासकर हिंदी की कमेंटरी ही है.इस पर किसी तरह की चर्चा यहाँ नहीं क... Read more