ग्राम तिदांग के ह्या छूङ सै की कहानी
ग्राम तिदांग के ह्या रंचिम का युग व सिम कच्यरो पैं के युग की समाप्ति के बाद ह्या छूङ सै का जमाना आता है जो इस प्रकार है. ह्या छूङ सै अपने निवास स्थान किदांग तकलाकोट तिब्बत से आसपास के रास्ते... Read more
एशियन बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में पिथौरागढ़ के कवीन्द्र सिंह बिष्ट से सिल्वर मेडल जीता
एशियन बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले में कवीन्द्र सिंह बिष्ट ने 56 किलो भारवर्ग में सिल्वर मैडल जीता. बीस वर्ष के कवीन्द्र बिष्ट का फाइनल मुकाबला उज्बेकिस्तान के बाक्सर मिर्जा से हुआ.... Read more
अल्मोड़ा के पर्यटन स्थल
धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी के नाम से अल्मोड़ा एक लोकप्रिय नगर है. इस नगर के आस-पास बहुत से सुंदर पर्यटक स्थल हैं. कुछ प्रमुख पर्यटक स्थल के बारे में पढ़िये : जागेश्वर धाम उत्तराखण्ड सरकार द्वा... Read more
रौंकली पहलवान की दादागिरी के किस्से
पुराने जमाने में हमारे दादा-दादी (लला-त्यित्यि) व माता-पिताजी कहानियां सुनाया करते थे. ये कहानियां काल्पनिक न होकर सच्ची घटनाओं पर आधारित हुआ करती थीं जिसे सुनकर श्रोतागण दांतों तले ऊंगली दब... Read more
उत्तराखंड के सबसे गरीब गांव से तस्वीरें
वनराजी, वनरौत या वनरावत उत्तराखंड की एक जनजाति है. वनराजी उत्तराखंड के दो जिलों पिथौरागढ़ और चम्पावत में रहते हैं. पिथौरागढ़ की दो तहसीलों धारचूला और डीडीहाट में वनराजी रहते हैं. धारचूला व डीड... Read more
पिथौरागढ़ के लिये अब चलेगी ग्रीन हवाई सेवा
हर बार की तरह इस बार भी पिथौरागढ़ में चुनाव का मुद्दा था हवाई सेवा. गृहमंत्री राजनाथ ने बड़ी बेशर्मी से 1 अप्रैल के दिन कहा कि उड़ान जल्द शुरु होगी. हालांकि कुर्सियों से ठसा-ठस भरी उनकी जनसभा म... Read more
भगवान शिव के विषय में मजाक-छेड़छाड़ भरा गीत
‘बोल गोरी बोल, तेरा कौन पिया…’ गीत, फिल्म मिलन (1967) का एक पॉपुलर गीत है, जो सुनील दत्त और जमुना पर फिल्माया गया. इस गीत को सुनील दत्त और जमुना पर, जमीदार और उसकी पुत्री र... Read more
अस्कोट में आज भी मौजूद है पाल शासकों का महल
उत्तराखण्ड के शासकों में से ही रहे हैं पाल शासक. पाल वंश उत्तराखण्ड की कत्यूरी वंश परंपरा की ही एक शाखा को कहा जाता है. पाल वंश की स्थापना के विषय में माना जाता है कि कत्यूरी शासन अपने विघटन... Read more
गढ़वाल के मन्दिरों का स्थापत्य
बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री आदि जैसे प्रख्यात तीर्थों की भूमि गढ़वाल में स्थान स्थान पर अनेकों प्राचीन मंदिर विद्यमान हैं जो न केवल धार्मिक अपितु पुरातात्विक दृष्टि से भी महत्वपू... Read more
ग्राम तिदांग के सिम कच्यरों पैं की कहानी
तिदांग रंचिम के युग की समाप्ति के बाद तिदांग में सिम कच्यरो पैं (तीन कच्यरो भाई) का युग शुरू होता है. ये सिम कच्यरो पैं तिदांग के निवासी थे. तीनों भाई बलवान के साथ आसापास में उड़ान भी भर सकते... Read more