खाँटी साहित्यकारों की साहित्यिक बातें
उनका फोन कई दिन से आ रहा था. औपचारिकतावश मैंने भी दो-तीन बार फोन कर लिया. हम दोनों ने एक दूसरे से बिल्कुल एक समान बातें कीं. आपका लेखन बहुत अच्छा है, आपसे मिलना चाहिये, आप में बहुत सम्भावनाए... Read more
बागेश्वर से लीती और लीती से घुघुतीघोल
पहाड़ के युवाओं में हिमालय की यात्राओं के लिए जिस तरह का नैसर्गिक उत्साह पाया जाता रहा है, उसकी मिसाल मिलना मुश्किल है. बागेश्वर में रहने वाले हमारे पत्रकार-लेखक साथी केशव भट्ट, जिन्हें आप पह... Read more
मेरा और खड़कुवा का बचपन
खड़कुवा और मेरी मांओं ने हमें ऐसे ही मिट्टी लिपे फर्शों पर जन्म दिया था और हमें गाँव किनारे के उसी पोखर पर नहलाया था जहाँ आज भी औरतें अपने बच्चों को नहलाती हैं. फर्क यह आ गया है कि अब वहाँ प्... Read more
इरापल्ली प्रसन्ना का जन्मदिन है आज
अक्टूबर 2014 में आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल से विश्व के सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा: “संशय में डालने वाली बात यह थी कि मुझे लगता था कि प्रसन्ना मुझे... Read more
हमारा भोजन और स्वास्थ्य हैं इस साल के अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस की थीम्स
संयुक्त राष्ट्र संघ ने आज यानी 22 मई का दिन अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस यानी इन्टरनेशनल डे फॉर बायोलॉजिकल डाइवरसिटी के रूप में घोषित किया हुआ है (Celebrating International Biodiversity D... Read more
उत्तराखण्ड के चंदवंशीय शासकों ने राज-काज व प्रशासनिक कार्यों में सलाह लेने के लिए समिति बनायी हुई थी. इन समितियों में चार प्रमुख कबीलों/आलों (धडों) के प्रतिनिधि हुआ करते थे. इन समितियों के प... Read more
माँ की इच्छाओं की अकाल मृत्यु
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – सातवीं क़िस्त पिछली क़िस्त का लिंक: ये नरभक्षी सियासत का दौर है मेरे बच्चे, तुम कैसे निबाहोगे? यहां मेरे पड़ोस में एक नई नवेली मां रहती है बहुत खुश, मातृत्व सुख म... Read more
शिकायत करो कि शिकायत करना धर्म है
शिकायत मनुष्य का मौलिक गुण धर्म है. वह जिसे किसी से शिकायत न हो उसके आदमी होने में संदेह की संभावना रहती है (Complaint Culture in Offices). अल्मोड़े में ऐसा न था. यहां शिकायतें उतनी ही विविध... Read more
जिसके हम मामा हैं – शरद जोशी के बहाने
“बाढ़ और अकाल से मुर्गा बच जाए मगर वह हमसे सुरक्षित नहीं रह सकता” कमिश्नर ने कहा और इस मजा पर सब जोर से हंसने लगे. बाहर बाढ़ और अन्दर लंच चल रहा है. भारतीय दर्शक कुछ समय तक मंच पर... Read more
डोई का डोयाट – इस दफा पिंडारी घाटी
दिन – 1 : बागेश्वर से खाती गाँव खबडोली गाँव में रात गुजारने के बाद हम तैयार थे आज खाती गाँव की ओर निकलने के लिए. असल मे एक दिन पहले हम (मैं और रिस्की पाठक) हल्द्वानी से एक बाइक मे 20... Read more