घुघूती पक्षी की आवाज को लेकर कही जाने वाली लोककथा
घुघूती और पहाड़ का खूब घना संबंध है. पहाड़ के गीतों और कहानियों में घुघूती का जिक्र खूब मिलता है. घुघूती से जुड़ी एक लोककथा में कहा जाता है कि उसकी आवाज में तिल-पुर-छन-पुर-पुर के स्वर आते है... Read more
सातों-आठों से जुड़ी गौरा-महेश्वर की कथा
भादो के महीने की सप्तमी-अष्टमी तिथि को कुमाऊं के गांवों में सातों-आठों पर्व की धूम होती है, बच्चे नए कपड़े पहन मस्ती करते, गांव भर में यहां-वहां दौड़ते हैं, औरतें नई साड़ियां पहनती हैं, पिछौ... Read more
मक्खी और शेर की लड़ाई : लोककथा
एक जंगल की गुफा में एक शेर रहा करता था. एक दिन जंगल से लौटने पर उसने देखा की उसकी गुफा में एक मक्खी भिन-भिन करती मौज कर रही है. शेर ने मक्खी को घूरते हुये देखा तो मक्खी बेचारी सन्न. अब शेर ब... Read more
आदमखोर बाघ और यात्री : पहाड़ी लोककथा
एकबार एक आदमखोर बाघ जंगल में किसी पिंजरे में फंस गया. बाघ ने बड़ी कोशिश की पर पिंजरा टूटे न. तभी जंगल से होता हुआ एक यात्री बाघ को दिखा. बाघ ने कहा- अरे यात्री सुनो. मैं जंगल का राजा हूँ क्य... Read more
चालाक सियार: पहाड़ी लोककथा
एक बार जंगल में तेंदुए, भेड़िए, बिल्ली, चूहे और सियार ने मिलकर एक बेहद तेज भागने वाले मोटे हिरन को मारने की योजना बनाई. सियार बोला- जब हिरन सो रहा हो उस समय हमारा दोस्त चूहा जाकर हिरन के खुर... Read more
सियारों के झुण्ड ने तय किया कि अबकी शिकार में हाथी को मारा जायेगा और छक कर मौज उड़ाई जायेगी. सियारों का पूरा झुण्ड हाथी के पास गया. सियारों के सरदार ने हाथी से कहा- मेरे प्यारे मालिक हमें जं... Read more
सियार और बाघिन की शादी : पहाड़ी लोककथा
पहाड़ सियारों के मूल घर हुआ करते थे और बाघ रहते थे तराई में. एक बार दोनों के सरदारों में तय हुआ कि दोनों अपनी-अपनी जगह बदल लें. सियार रहेंगे तराई में और बाघ रहेंगे पहाड़ों में. सियार तभी तरा... Read more
अजनबी मामा- उत्तराखंडी लोककथा
एक गांव में पति-पत्नी अपने बच्चे के साथ रहते थे. एक बार दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहा-सुनी हो गयी. कहा-सुनी इस कदर बढ़ गयी की दोनों ने आपस में बात करना ही छोड़ दिया. दिन बिता महीने बीते... Read more
एक दिन यूं ही बैठे-बैठे ईश्वर ने अपनी लीला रची और बना दिये खूब सारे जीव, नदी-नाले, पर्वत-पहाड़, समुद्र और पेड़-पौंधे. पेड़ की पत्तियों को भरा हरे रंग से, पहाड़ों को भरा पेड़ों से और उनके बीच... Read more
बुद्धिमान कुत्ता : कुमाऊनी लोककथा
एक पहाड़ी गांव में एक आदमी रहता था. अपने घर की छत की मरम्मत के लिये उसने एक दूसरे गांव के पधान से 300 रूपये उधार लिये थे. जब कुछ महीनों बाद भी आदमी उधार न चुका पाया तो पधान उस आदमी के पास गय... Read more