मोबाइल फोन की गिरफ्त में मासूमों का बचपन
रेस्टोरेन्ट में बैठे थाली का ऑर्डर दिया ही था कि सामने स्कूल से वापस आते दो लड़के टेबल पर बैठे. मुश्किल से सातवीं-आठवीं में पढ़ने वाले दोनों लड़के स्कूल की ड्रेस में पीठ पर बस्ता लादे हुए थे... Read more
केदारनाद की टोकरी से हरेले का गीत
पिछले कुछ सालों से उत्तराखण्ड के युवाओं द्वारा लोक संगीत को नए कलेवर में पेश करने का चलन देखने में आया है. इन कोशिशों में गाने को भौंडा बनाने के बजाय उनकी पहाड़ी आत्मा को बचाये-बनाये रखने के... Read more
आज सरकार, समाज सभी हरेला को केवल पर्यावरण से जोड़ने की जुगत में लगे हैं. इसमें सभी के अपने फायदे हैं. हरेला पर्व को केवल पर्यावरण के साथ जोड़ने का एक गंभीर परिणाम यह होगा कि हरेला कुछ वर्षों म... Read more
जड़ी-बूटियों का गढ़ है उत्तराखंड
रामायण भारतीय जनमानस के दिमाग में गहरे बैठी है. बच्चे से लेकर बूढ़े तक अक्सर इसके उद्धरण देकर जीवन के गहरे सूत्रों को सिखाते हैं, जैसे रावण का नहीं टिका तेरा घंमड कितने दिन टिकेगा. सबसे लोकप... Read more
भीषण जल संकट से निपटने के उपाय जरूरी हैं
सतत तरीके अपनाएं, देश को जल संकट से बचाएं -याशी गुप्ता एक ओर जहाँ ये देश तरक्की कर रहा है, तो वही दूसरी ओर इस देश की जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. परिणाम ये हैं कि रहने के लिए जगह क... Read more
किलमोड़ा: स्वाद और औषधीय गुणों से भरपूर
आपने बिल्कुल ठीक पढ़ा है, अब प्राकृतिक रूप से उगने वाली कटीली झाड़ी किलमोड़ा उत्तराखंड में किसानों के लिए फायदे का सौदा बनने जा रही है. इससे न केवल फसलों की सुरक्षा होगी साथ ही इसके फलों को... Read more
कुछ कर गुजरने का इरादा और उसके लिए मेहनत करने का जज्बा हो तो हर मंजिल आसान है. इसकी मिसाल पेश की है सिंगापुर में रहने वाली उत्तराखंडी मूल की अजिता बिष्ट ने. ढाई महीने तक कई चरणों में संपन्न... Read more
काली कुमाऊँ की काली नदी
काली नदी उत्तराखण्ड की 4 बड़ी नदियों में से एक है. यह गंगा नदी की मुख्य सहायक नदी है. यह कुमाऊँ मंडल में भारत तथा नेपाल की सीमा में प्रवाहित होती है. काली नदी का उद्गम स्थल लप्यालेख दर्रे के... Read more
परिया का नज़रिया
सफ़ाई और स्वास्थ संबंधी कुछ जागरूकतायें अपने परिया के अन्दर बचपन से ही कूट-कूट कर भरी पड़ी हैं. उनमें से एक है; पेशाब को कभी रोक कर नहीं रखना चाहिए. जब उसे ‘कछेरी’ में आई, तो उसने सी.जे.एम. को... Read more
हनुमान चौराहे का प्रेमालाप
ग्वालियर शहर की एक पुरानी सड़क, जिसका नाम नई सड़क था, के एक प्रसिद्ध चौराहे पर वो उसका इंतज़ार कर रहा था. इसे संयोग कहें या विडम्बना; उस चौराहे का नाम हनुमान चौराहा था. शायद ये कलयुग के घोर से... Read more