मारे गए पुलिसवालों के परिवारों को क्राउड फंडिंग के सहारे छोड़ देना क्या खुद सरकार की बदनामी नहीं है
एक उपन्यास की यह पंक्तियां हैं – “पुलिस कर्मचारी की एक हसरत रहती है कि वह सम्मान से जिए और बराबरी से मर सके” (Policemen Dying on Duty Should be Properly Compensated) यह दोनों हसर... Read more
गंगोलीहाट की डॉ. सविता जोशी जो गुड़गांव में गेरु और बिस्वार से ऐपण बना कर देश और दुनिया में अपनी संस्कृति को लोकप्रिय बना रही हैं
ऐपण हमारी परवरिश का एक हिस्सा रहा है जो बाद में केवल महिलाओं और लड़कियों तक सीमित रह गया. ऐपण का मतलब है लीपना. लीप शब्द का अर्थ है अंगुलियों से रंगने से है. गेरु की पृष्ठभूमि पर बिस्वार अथवा... Read more
कुमाऊं के जागरों में ‘छिपुलाकोट का हाड़’ के नाम से सैम की एक जागर गाथा गायी जाती है जिसमें बताया जाता है कि सैम छिपुलाकोट की रानी पर मोहित हो गया था तथा इसके फलस्वरूप वहां के राजा ने उसे बं... Read more
सीबीआई ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. नैनीताल हाईकोर्ट से सीबीआई को हरीश रावत पर मुकदमा दर्ज करने की स्वीकृति मिलने के... Read more
एमटीवी पर ‘सीधे पहाड़ से’ गीत से हर एक पहाड़ी को गौरवान्वित कराने वाले गौरव मनकोटी से एक्सक्लूसिव मुलाकात
हाल ही में एमटीवी पर एक म्यूजिक प्रोग्राम ‘हसल’ आया था. इस म्यूजिक प्रोग्राम में अल्मोड़ा के रहने वाले गौरव मनकोटी का सीधे पहाड़ से रैप सॉंग वायरल हो गया था. गौरव मनकोटी का यह गीत सभी सोशियल... Read more
जंगलों में गांव की भागीदारी बनी ही रहनी चाहिए
टिहरी जिले के थत्युड ब्लॉक से कोई 10 – 12 किलोमीटर आगे देवसारी और मोलधार गांव हैं. यह सुंदर तस्वीरें इसी गांव की हैं जो बरबस ही आपका ध्यान खींच लेती हैं. यहां गांव के ठीक पीछे देवदार... Read more
भले कुमांउनी भाषा न होकर अभी तक बोली ही मानी जायेगी, क्योंकि न तो इस का मानकीकरण हुआ है और न व्याकरण. लेकिन लिपिबद्धता की सीमितता के बावजूद वाचिक परम्परा से पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तान्तरित इस का... Read more
पहाड़ियों का ही नहीं भालू का भी प्रिय फल है बमौर
उत्तराखंड के पहाड़ों में 1500 से 2300 मीटर की ऊंचाई पर उगने वाला एक फल होता है – बमौर. पका हुआ लीची का फल यदि गोल होता तो देखने में थोड़ा-थोड़ा बमौर जैसा लगता. इसकी छाल अलबत्ता लीची से... Read more
ये बेहतरीन जीवन्त मूर्तियों का निर्माण करते हैं जो बेहद सस्ती, वजन में हल्की और टिकाऊ होती हैं. पचास रुपए से लेकर 15 हजार रुपए तक की मूर्तियां इनके पास हैं. मतलब कि हर तरह की आर्थिक स्थिति... Read more
हल्द्वानी ब्लॉक की पनियाली ग्राम सभा से मात्र 21 साल 3 महीने की उम्र में ग्राम प्रधान का चुनाव जीतकर रागिनी आर्या ने नया इतिहास रचा है. रागिनी आर्य सबसे कम उम्र की जनप्रतिनिधि बनी हैं. (Youn... Read more