त्रिशूल, नंदादेवी और मातृ-स्मरण
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree माँ को बच्चे की पहली शिक्षक कहा जाता है. मेरे लिए तो माँ पूरी पाठशाला ही थी. हालांकि विडंबना ये थी कि माँ का प्राथमिक... Read more
लंबी देहर माइंसः हॉन्टेड प्लेस इन उत्तराखंड
“लंबी देहर माइंस” उत्तराखंड के मसूरी में स्थित एक ऐसी भूतिया जगह है जिसका इतिहास बहुत डरावना व काला है. इस जगह के नाम के बारे में बहुत ज्यादा भ्रम भी हैं. कुछ लोग इसे लंबी धार माइंस कहते हैं... Read more
नैणीडांडा की सुरीली विपाशा
गढ़वाल के पूर्वी सीमांत विकास क्षेत्र नैणीडांडा की विपाशा ने अपने मधुर स्वर में उस लोकधुन को फिर से गुँजाया है, जिसे अस्सी के दशक में कालजयी संगीतकार, नरेन्द्र सिंह नेगी ने अपने लोक से तलाशा... Read more
पहाड़ के मयाले हीरा सिंह राणा का जन्मदिन है आज
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree हिम्मत के साथ अपनी कमर को कसकर बांधो, कल फिर उजाला होगा और रात कोने में बैठ जायेगी. यह भावानुवाद पहाड़ के मयाले गायक ह... Read more
नन्दागाथा में सृष्टि निर्माण की सम्पूर्ण कथा
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree सृष्टि के आरंभ में पृथ्वी (भूमि) के चारों ओर जल ही जल था. सारी पृथ्वी जलमग्न थी. चारों ओर शोर ही शोर था जल में आलोड़न-विलोड... Read more
जवान – पहाड़ी फौजी की कहानी
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree नौकरीपेशा लोगों में पहाड़ के प्रवास का लगभग 90% सेना, पुलिस और अर्ध-सैनिक संगठनों में है.पहाड़ के जो लोग सेना में नौकरी कर... Read more
कुमाऊनी कृष्ण भजन
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree पहाड़ के जीवन की विशिष्टता ही सादगी और सामूहिक उत्सवधर्मिता है. जटिल परिस्थितयों में रहने वाले पहाड़ियों के पर्व भी उनके व्... Read more
लखिया भूत का 25 बरस पुराना वीडियो
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree सोर घाटी के मुख्य गावों में एक गांव है कुमौड़. कुमौड़ गांव की हिलजात्रा पूरे भारत देश ख्याति प्राप्त है. हिलजात्रा पिथौरागढ... Read more
बस एक मुस्कान छोड़ जाती हैं कुमाऊनी लोरियां
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree पहाड़ में पैदा हुई पूरी एक पीढ़ी ऐसी है जिनका बचपन बुजुर्गों की थपकियों संग बीता है. जटिल और कठोर जीवन जी चुकी पहाड़ की इस... Read more
श्रीनगर बाज़ार के बीर सेन
‘जहां कुछ नहीं, वहां प्रेम रहता है, आपसी विवाद तो जगह के भरने पर होता है कि उसके पास ज्यादा और अच्छा है, मेरे पास कम और खराब. हमारी पुश्तैनी जमीन-जायदाद कुछ थी नहीं, फिर, भाईयों में आपस में... Read more