खटीमा गोलीकांड के 28 बरस
1994 के साल सितम्बर महीने की पहली सुबह थी. आज खटीमा में सरकार की गुंडागर्दी के विरोध में एक प्रदर्शन होना था. खटीमा में करीब दस हजार लोग एक जुलूस में शामिल थे. पूर्व सैनिक, छात्र, महिलायें औ... Read more
तीन साल पहले सहधर्मिणी व बच्चों को अपना मकोट और बच्चों का बुड़ मकोट दिखाकर लाया था. आज फिर मन में अचानक मकोट की पुरानी यादें आ गई तो चला गया. हिनौला बाजार से लगभग एक किलोमीटर के पैदल रास्ते... Read more
कहानी पंचकेदार की
उत्तराखण्ड को देवभूमि भी कहा जाता है. यहाँ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बने मंदिर देश-विदेश के करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र हैं. इन्हीं मंदिरों में शामिल हैं पञ्च केदार. जैसा की नाम से ही... Read more
आज पिथौरागढ़ में लखिया भूत देखने उमड़ते हैं लोग
सातों-आठों पिथौरागढ़ जिले का एक महत्वपूर्ण लोकपर्व है. लोक में गौरी को दीदी और महेश्वर को भिन माना जाता है. गौरा के मायके आने से शुरु हुआ यह पर्व महेश्वर और गौरा की विदाई के साथ संपन्न होता... Read more
गिर्दा हमारे दिलों में अमर हैं
प्रख्यात जनधर्मी कलाकार-कवि के रूप में गिर्दा हमारे दिलों में अमर हैं. गिर्दा के अवसान के बाद उनके परम मित्र और हिन्दी के बड़े कवि वीरेन डंगवाल ने कबाड़खाना ब्लॉग पर एक बेहतरीन स्मृतिलेख लिख... Read more
कत्यूर शासकों ने जोशीमठ से राजधानी क्यों बदली
इस बात के साक्ष्य मिलते हैं कि उत्तराखंड क्षेत्र के पहले शासक कत्युरों की पहली राजधानी जोशीमठ में थी. यह भी माना जाता है कि जोशीमठ के मंदिर का निर्माण भी कत्युरों के आदिपुरुष वासुदेव ने ही क... Read more
मेरे स्कूल का सुनहरा साल
पचास साल हो गये हैं, मेरे स्कूल की स्थापना के. स्वर्ण जयंती साल है 2022. पचास साल पहले 22 अगस्त 1972 को तत्कालीन प्रदेश, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री श्री कमलापति त्रिपाठी जी... Read more
कुमाऊं क्षेत्र में अब सिर ढकने की परम्परा पूरी तरह समाप्त हो चुकी है. कम लोग ही जानते हैं एक समय ऐसा भी था जब पूरे कुमाऊं क्षेत्र में सिर ढकने की परम्परा हुआ करती थी. सिर ढकने की इस परम्परा... Read more
उत्तराखंड में भादो अष्टमी और सातों-आठों का लोकपर्व
इन दिनों कुमाऊं की धरती पग-पग पर माता भवानी की डलिया लेकर इन्हीं गीतों और संगीत के रंग में डूब रही है. चाँदनी रात में गाए जाने वाले ‘झोड़ा’ गीतों की तर्ज पर ही रात-रातभर चलने वाल... Read more
लोकपर्व सातों-आठों पर कही जाने वाली कथा
कुमाऊं में सातों-आठों की खूब धूम रहती है. कुमाऊं क्षेत्र में एक बड़े समाज द्वारा सातों-आठों का पर्व मुख्य पर्व के रूप में मनाया जाता है. अलग-अलग क्षेत्र के लोग अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार... Read more