परम्परागत घराट उद्योग
वस्तुतः घराट को परम्परागत जल प्रबंधन, लोक विज्ञान और गांव-समाज की सामुदायिकता का अनुपम उदाहरण माना जाता है. सही मायने में ये घराट ग्रामीण आत्मनिर्भरता और पर्यावरण सम्मत कुटीर उद्योग के प्रती... Read more
यो बाटा का जानी हुल, सुरा सुरा देवी को मंदिर…
मुनस्यारी में एक छोटा सा गांव है सुरिंग. गांव से कुछ तीन किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पर नंदा देवी का मंदिर है. बचपन में पिताजी हर साल अपने साथ नंदाष्टमी पर सुरिंग ले जाया करते थे. पिताजी का पूरा... Read more
बिरुण पंचमि जाड़ि जामलि, बसंतपंचमि कान कामलि
पहाड़ों में इन दिनों होता है आनन्द और उत्सव का माहौल. अगले कुछ दिन गाँव के लोग मिलकर आंगन में खेल लगाते नज़र आयेंगे. अनेक तरह के लोकगीत जैसे – झोड़े, झुमटा, चांचरी आदि गाते पहाड़ी झूमते नज़र... Read more
कभी हिमालय की तलहटी में बसे गाँवों की आर्थिकी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पशुपालकों के त्योहार लाया का महत्वपूर्ण स्थान था, लेकिन सरकारों की बेरुखी और नियोजन की अक्षमता व विपणन की सही... Read more
‘गिर्दा’ की जीवन कहानी
‘गिर्दा’ की पूरी जीवन कहानी यायावरी की है. हवलबाग के पास कोसी नदी के करीब ज्योली गांव में माता श्रीमती जीवन्ती तिवाड़ी और पिता हंसा दत्त तिवाड़ी के घर 10 सितम्बर, 1945 को उनका जन्म हुआ. पांच... Read more
आधुनिक चिकित्सा पद्धति एलोपैथी की शुरूआत तो उन्नीसवीं शताब्दी में हुई और देश में तो इसकी पहुंच आमजन तक स्वतंत्रता की प्राप्ति के बाद तक भी बहुत सीमित थी. उस दौर में शुद्ध खान-पान, स्वच्छ पर्... Read more
1982 में गोपेश्वर
इस शताब्दी के पांचवें दसक के अन्त में आ चीनी विस्तारवादी ड्रेगन के खूनी पंजों में फंस कर जब तिब्बत का कमजोर कबूतर लहूलुहान हो गया, तो मानसरोवर गंवा कर तत्कालीन भारत का पंचशीली राजहंस अपनी गर... Read more
हमारा लोकपर्व घ्यूं त्यार है आज
अपनी विशिष्ट लोक परम्पराओं से उत्तराखंड के लोग अपने समाज को अलग खुशबू देते हैं. शायद ही ऐसा कोई महिना हो जब यहां के समाज का अपना कोई विशिष्ट त्यौहार न हो. ऐसा ही लोकपर्व आज घी त्यार या घ्यूं... Read more
लिविंग लेजेन्ड नरेन्द्र सिंह नेगी का जन्मदिन है आज
नरेंद्र सिंह नेगी के सृजन में हिमालय की अनुगूंज प्रतिध्वनित होती है. उन्होंने पारंपरिक पटबंध शैली से अलग, संपूर्ण सार्थकता, स्वतंत्र अस्तित्व लिए गीतों का सृजन किया. उनके गीत-दर्शन में... Read more
हिमालय की संवेदनशीलता व पर्यटन
पिछले कुछ सप्ताह से उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश, भूस्खलन व बादल फटने की वजह से तमाम तरह के नुक़सान व यात्रियों के फँसे होने की खबर आप तक पहुँच रही होगी. केदारनाथ से लेकर बद्र... Read more