जोहार की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
वर्तमान का अतीत में समाहित होकर भविष्य में उजागर होना ही इतिहास है. यह आलेख, शिलालेख, गुहा चित्र, ताम्र पत्र, धातु या मृदा भांड, मूर्ति अथवा जीवाश्म के रूप में प्राप्त वस्तुओं के सूक्ष्म अध्... Read more
कुमाऊं का ऐसा गुप्त संगठन जिसकी सदस्यता खून से हस्ताक्षर करने पर ही मिलती थी
भारत की स्वतंत्रा के लिए राष्ट्रीय आन्दोलन में अनेक रूपों में जनता ने अपना योगदान दिया. देश के कोने-कोने में राष्ट्रीय जागरण का दौर चला और अपने अपने तरीकों से लोगों ने इसमें अपनी समिधा डाली.... Read more
गढ़वाल का शहर, दुगड्डा : रूह है पर आब उड़ गई
-भगवतीप्रसादजोशी , ‘हिमवन्तवासी ‘ यू.पी. में पुख्ता बुनियाद वाले जिला बिजनौर में नवाब नजीबुद्दौला द्वारा बसाए गए और दिल दिलेर मानिन्द शेर डाकू सुलताना के जन्म स्थान के रूप में म... Read more
अस्कोट रियासत पर एक महत्वपूर्ण लेख
अस्कोट में कुल क्षेत्रफल प्रति एकड़ चार आना नौ पाई राजस्व निर्धारित है जबकि कृषि भूमि पर यह दर सात आना नौ पाई है. पटवारी बाड़कोट में रहता है. स्कूल देवल में है. अस्कोट में कास्तकारी सारे कुम... Read more
भारतीय इतिहास लेखन में क्षेत्रीय इतिहास की भूमिकाः उत्तराखण्ड के संदर्भ में
भारत के प्रथम ऐतिहासिक ग्रंथ राजतरंगिणी के रचियता कल्हण ने ठीक ही कहा है— श्लाध्यः स एव गुणवान् रागद्वेष बहिष्कृता भूतार्थकथने यस्य स्थेयस्येव सरस्वती अर्थात्, ‘वही गुणवान प्रशंसन... Read more
यह 1932 का बरस था और सितम्बर महीने की 6 तारीख. आज पौड़ी में लाट मैलकम का दरबार लगा था. कड़े आदेश थे कहीं भी कोई ऐसी घटना न घटे जो लाट साहब कि शान में गुस्ताखी लगे. छोटे से बने मंच से लाट साह... Read more
खटीमा गोलीकांड के 28 बरस
1994 के साल सितम्बर महीने की पहली सुबह थी. आज खटीमा में सरकार की गुंडागर्दी के विरोध में एक प्रदर्शन होना था. खटीमा में करीब दस हजार लोग एक जुलूस में शामिल थे. पूर्व सैनिक, छात्र, महिलायें औ... Read more
कत्यूर शासकों ने जोशीमठ से राजधानी क्यों बदली
इस बात के साक्ष्य मिलते हैं कि उत्तराखंड क्षेत्र के पहले शासक कत्युरों की पहली राजधानी जोशीमठ में थी. यह भी माना जाता है कि जोशीमठ के मंदिर का निर्माण भी कत्युरों के आदिपुरुष वासुदेव ने ही क... Read more
गढ़वाल के वीर सेनापति ‘लोदी रिखोला’ की कहानी
पट्टी मल्ला बदलपुर के बयेली गांव में लगभग सन 1590 ई० में लोदी रिखोला का जन्म रिखोला परिवार में हुआ था. उनके पिता अपने इलाके के एक प्रतिष्ठित थोकदार थे. लोदी रिखोला का बचपन अपने गांव में ही ब... Read more
अतिक्रमण और उन्हें हटाए जाने की सरकारी प्रक्रिया एक आम बात है किन्तु हल्द्वानी शहर 1992 में हटाये गए अतिक्रमणों को एक लम्बे समय तक याद करता रहेगा और याद करता रहेगा तत्कालीन जिलाधिकारी सूर्य... Read more