कल मेरा एनिमल डे है और बेटे का एनुअल डे
जन्मदिन से पहले दिन का वाकया कल (चौदह दिसंबर) नचिकेता (मेरे छोटे बेटे) का ऐनुअल डे है और मेरा जन्मदिन. कई दिनों से उत्साहित है. स्कूल जाते हुए उसे अभी छह महीने हुए हैं. इसलिए शायद ओवरएक्साइट... Read more
गांव सिरसोली की पार्वती देवी से लेकर शिकागो यूनिवर्सिटी तक एकमत हैं मेहमाननवाजी को लेकर
वह भी क्या दौर था, जब मेहमानों के आते ही खुशी छा जाती थी. अतिथि देवो भव की सनातन परंपरा का बखूबी निर्वहन हुआ करता था. परिवार का हर सदस्य अतिथि के स्वागत-सत्कार के लिए आतुर हो उठता था. मेहमान... Read more
पर्वत पुत्र और हिल क्वीन
शस्यश्यामला देवभूमि की सड़क से साढ़े छत्तीस डिग्री का कोण बनाती सवारियों से लदी केमू की यह बस हल्द्वानी टेढ़ी पुलिया पर मेरे दाएं कंधे को फ्लाइंग भुक्की देती निकल गयी. दिमाग़ ने कहा लै फ़ोटो... Read more
अल्मोड़े के लल्दा और उनका मोहब्बतनामा
अल्मोड़े में मेरे लिए दुनिया दो स्वरूपों में खुली, एक हॉलिडे होम की दुनिया दूसरी शेष अल्मोड़े की दुनिया. दो अलग-अलग संसार, दो अलग-अलग कैनवास जिन पर समाज ने, प्रकृति ने और खुद अल्मोड़ों ने, द... Read more
उत्तराखण्ड की पहाड़ियों में कल रात से ही बर्फ गिर रही है. (Fresh Snowfall in Kumaon) काफल ट्री की टीम अभी कुमाऊँ के धानाचूली-मुक्तेश्वर इलाके में है. देखिये ताजे फोटो. सभी फोटो : सुधीर कुमार... Read more
चितई का गोलू देवता मंदिर
कुमाऊं के अनेक प्रतिष्ठित देवता हैं— जैसे गोलू, हरू, सैम, ऐरी, गंगनाथ, भोलानाथ, कलबिष्ट, चौमू, भूमिया आदि. ये सभी मध्यकाल के उदार और आदर्शवादी शासक हुआ करते थे जो अपनी क्षेत्री सीमाओं पर विज... Read more
पहाड़ों में पूर्णिमा के दिन अक्सर मेलों का आयोजन होता है. कल भी चतुर्दशी के दिन पिथौरागढ़ के कनार गांव में भगवती के मंदिर में मेले का आयोजन किया गया. Photos of Bhgwati Mandir kanar Village कना... Read more
महंगे प्याज को सस्ता बताने का षडयंत्र
महंगे को सस्ता बनाने का खेल कैसे होता है? हल्द्वानी मंडी समिति की इस धोखेबाजी वाली पहल से समझ में आता है. इस तरह का खेल राज्य के अनेक शहरों, कस्बों में आजकल खेला जा रहा है. जिस मंडी समिति को... Read more
जब नैनीताल की बहुमूल्य विरासत जलकर खाक हो गयी
1962 में डॉक्टर हेमचंद्र जोशी जाड़ों में नैनीताल से हल्द्वानी रहने आया करते थे और कालाढूंगी रोड स्थित पीतांबर पंत के मकान में टिका करते थे. वे बहुत वृद्ध हो गए थे और उनकी आंखें बहुत कमजोर हो... Read more
हिमालय पुत्र प्रो. खड्ग सिंह वल्दिया
‘सबकी अपनी जीवन कहानी होती है और सबका अपना संघर्ष होता है, सबके अपने सौभाग्य और सफलताएं होती हैं, तो अवरोध और असफलताएं भी. फिर भी हर जीवन अपने जमाने से प्रभावित होता है. अनेक जीवन अपने जमाने... Read more