बसंत के इस्तकबाल का त्यौहार है फूलदेई
ऋतुराज बसंत का स्वागत उत्तराखण्ड को देवभूमि के साथ उत्सवों की भी भूमि कहा जाय तो गलत नहीं होगा. यहाँ साल भर उत्सव, पर्व, त्यौहार, मेलों की धूम रहती है. बसंत के आगमन का स्वागत भी उत्तराखण्ड )... Read more
बसंत पंचमी से प्रारम्भ बसंत मैदानी क्षेत्र में होली के साथ विदा ले लेता है पर पहाड़ में ये बैसाखी तक अपने पूरे ठाठ में देखा जा सकता है. मैदानी बसंत के प्रतीक-पुष्प टेसू, ढाक, कचनार, सरसों पह... Read more
फूलदेई छम्मा देई दैण द्वार भरी भकार
मनुष्य का जीवन प्रकृति के साथ अत्यंत निकटता से जुड़ा है. पहाड़ के उच्च शिखर, पेड़-पौंधे, फूल-पत्तियां, नदी-नाले और जंगल में रहने वाले सभी जीव-जन्तुओं के साथ मनुष्य के सम्बन्धों की रीति उसके... Read more
होली जीवन के रंगों से जुड़ा, राग-लय और जीवन के उत्साह का त्योहार है. मुसलसल सर्द महीनों के दौरान प्रकृति के ऊपर जो ठहराव की परत जम जाती है, ठहराव के उसी केंचुल को उतार फेंकने का उत्सव है होल... Read more
बुजुर्गों के दिल में बसता है पहाड़
अल्मोड़ा के छोटे से गाँव में रहती थी रजुली ताई. पति सेना में थे तो रजुली ताई भी अपनी जवानी के दिनों में उनके साथ हिमाचल, असम, मुम्बई, राजस्थान जैसी जगहों में काफी रही. अलग-अलग शहरों में रहने... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – 48 (Column by Gayatree arya 48) पिछली किस्त का लिंक: नींद में भी दूध पीने की कला में बच्चे माहिर होते हैं लाइव फ्रॉम लेबर रूम भाग-1 आज मैं तुम्हें तुम्हारे जन... Read more
कुमाऊं में होली की विधाएं
कुमाऊं में होली की चार विधाएं हैं – खड़ी होली, बैठकी होली, महिलाओं के होली, ठेठर और स्वांग. खड़ी होली का अभ्यास आमतौर पर पटांगण (गांव के मुखिया के आंगन) में होता है. यह होली अर्ध-शास्... Read more
फारेस्ट गार्ड भर्ती घोटाला : धरने पर बैठे छात्रों के साथ पुलिस की अभद्रता
बीते 16 फरवरी के दिन उत्तराखंड फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था. उत्तराखंड की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा पूरी होने की खबर आई नहीं थी उससे पहले परीक्षा में धांधली की ख़बरें आ गयी.... Read more
कुछ ही महीने पहले की बात है. अननोन नम्बर से मोबाइल पर काॅल आती है. उठाया तो कोई महिला कड़क आवाज़ में पूरे आत्मविश्वास के साथ पूछ रही थी – आप कौन हो? मैंने घबराते हुए कहा, मैडम आप बताइए... Read more
ब्रिलियंट माइंडेड सीनियर
वे मुझसे पाँच साल सीनियर थे और छः साल भी. पाँच साल इसलिए, क्योंकि जब मैं बी.ए. में एडमीशन लेकर उनका रूम पार्टनर बना, तब वे एल.एल.बी. द्वितीय वर्ष के ‘तथाकथित’ छात्र थे. छः वर्ष इसलिए, क्योंक... Read more