चंद्रा नदी के तट पर बसे दो गावों की सदियों पुरानी दुश्मनी खत्म करने वाली प्रेम कहानी
बीच में कल-कल करती हुई चंद्रा नदी. बलुवाई मिट्टी के दो तट मिलने से सदा मजबूर. किंतु उनसे भी अधिक मजबूर थे दोनों तटों से पट कर बसे हुए दो गांव माधोपुर और सुजानपुर. माधोपुर नदी की बायीं ओर और... Read more
कोरोना के असर के बीच बाबा केदार चले अपने धाम
भारत सहित पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के कारण सब कुछ उलट-पलट गया है. इंसान तो क्या भगवान पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. (Lord Shiva Kedarnath) केदारघाटी के आराध्य देव विश्वप्रसिद्ध ग्य... Read more
लॉक डाउन के बादल छंटने के इंतजार में खास मशरूम ‘च्यू’ बेचने वाले उत्तराखंडी
लॉक डाउन के चलते आजकल पहाड़ी अंचलों में निवासरत लोग एक खास प्रकार के मसरूम को ढूंढते नजर आ रहे हैं. काफी महंगा बिकने वाला यह मसरूम आसानी से नहीं मिलता इसे ढूंढने के लिये काफी मेहनत की जरूरत... Read more
अल्मोड़ियापन, अल्मोड़ियत या अल्मोड़िया चाल का दस्तावेज है भूमिका जोशी की पहली किताब
‘लच्छी’ भूमिका जोशी का इसी वर्ष प्रकाशित उपन्यास है. वाणी प्रकाशन से छपा यह उपन्यास एक घर, उसके बाशिन्दों और एक शहर की कहानी है. उपन्यास में अपने को पढ़वा ले जाने की क्षमता है. छह उप-शीर्षको... Read more
कभी छत में आने की फुर्सत तो निकालो प्यारे
मेरे दार्शनिक बाबूजी कहते थे, जिंदगी में सुखी रहोगे अगर ये अंदर बिठा लो ‘ये भी न रहेगा’. इस सूत्र ने मुझे सुख में उछलने न दिया. दुःख मिला तो काढ़ा बना कर इम्यून सिस्टम मजबूत करने के ल... Read more
कनार में भगवती कोकिला के मंदिर में रात बिताने के बाद हम भुप्पी के घर मेहमान बने. कल हमने उनके फटे झोले को सिला था आज उन्होंने हमारी भूख को. यहाँ पर अपने पर्स, बेल्ट और कुछ गैर जरूरी सामान को... Read more
मयनोशों का लॉकडाउन और शहंशाह मास्स्साब का किस्सा
लॉकडाउन के चलते जब सब कुछ बंद है तो ऐसे में कई किस्से खुल रहे हैं. हर वो दौर चर्चाओं में आ रहा है जिसका असर आज के ठप पड़े बाजारों से है. किस्सों की पोटली जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वो... Read more
आमा के हाथ का ज़ायक़ेदार खाना
गॉंव में कच्चा घर, गौशाला में बंधे गाय, बैल और भैंसे, लकड़ी का चूल्हा और इन सबसे घिरा गॉंव का जीवन अब शहरों की तरफ पलायित होने के बाद बहुत याद आता है. वैसे तो गॉंव की यादों के कई-कई ग्रंथ लि... Read more
आम की तो छोड़ो गुरु अमरूद कहाँ हैं यही बता दो
“स्टिल वर्किंग?” किसी बहुराष्ट्रीय कम्पनी में उच्च ओहदे पर अवस्थित दोस्त ने फोन पर अपनी टोन में घुसी आ रही मुस्कुराहट को छुपाते हुए पूछा. Amit Srivastava Questions the Unquestioned “या... Read more
प्रवासियों और यूएई सरकार के प्रयास से भारत पहुंचा उत्तराखण्ड के युवक का शव भारत सरकार ने लौटाया
उत्तराखंड के टिहरी जिले के रहने वाले कमलेश भट्ट की संयुक्त अरब अमीरात में 16 अप्रैल को हार्ट अटैक (मृत्यु का कारण अभी भी संदिग्ध है) से मौत हो गई थी. गुरुवार की रात को कमलेश भट्ट के साथ दो अ... Read more