आमा का पुरुषार्थ – 3 निरक्षर आमा का साक्षर संसार यूं तो आमा निरक्षर थी. दाहिने अंगूठे से उनका सारा कम चलता था लेकिन उनके जीवन का व्यावहारिक वेदान्त अतुल्य था. शायद परंपरागत हो. सारे पू... Read more
मनोहर श्याम जोशी की कहानी ‘उसका बिस्तर’
बहुत मुश्किल से एक अदद मामूली नौकरी पा लेने के बाद उसने महसूस किया कि अभी और भी कई चीजें हैं जिन्हें पा सकना आसान नहीं. सबसे पहले महानगरी दिल्ली में रहने के लिए जगह. यह मुश्किल एक परिचित के... Read more
खुद को पहचानो, अकूत संभावनाओं के बीज हो तुम
अपने ही जीवन में हम कई ऐसे लोगों को जानते हैं, जिन्होंने अपनी जीवन-यात्रा से हमें हैरान किया है. वे हमारे साथ हमारे ही स्कूलों में थे, हमारी ही कक्षा में पढ़ते थे, हमारे साथ ही खेलते थे, हमा... Read more
पहाड़ की ठठ्वाणी और चौलाई के लड्डू को संयुक्त राष्ट्र ने एफएओ की माउंटेन रेसिपी बुक में शामिल किया
ठठ्वाणी और चौलाई के लड्डू का स्वाद तो उत्तराखंड के लोग खूब जानते हैं लेकिन अब इसे पूरा विश्व जानेगा. पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र संघ के विश्व कृषि संगठन और माउंटेन पार्टनरशिप द्वारा एक रेसिप... Read more
लोक में रचे बसे रंग और पहाड़ की कलाकारी
पहाड़ में अपनी भावनाओं को रेखाओं, आकृतियों का रूप दे उनमें रंग भर जीवंत कर देना हर घर-आँगन, देली-गोठ और देबता की ठया में दिखाई देता. इसमें हाथ का सीप होता. कुछ नियम कायदों के संग सीधी सादी म... Read more
जोजोड़ा : जौनसार-बावर की अनूठी विवाह प्रणाली
मेरी पैदाइश और परवरिश कई छोटे कस्बों एवं नगरों में हुई है, इसके बावजूद मेरा अपने पैतृक स्थान से अलग ही लगाव रहा है. मेरा ये विश्वास रहा है कि – आप चाहे कहीं भी रहें, कोई भी काम-काज करे... Read more
मैदान में रहकर पहाड़ के लिये वॉव, ब्यूटीफूल, अमेजिंग, सुंदर, अद्वितीय, अद्भुत के सिवाय और किसी शब्द नहीं निकलते लेकिन इन पहाड़ों में रहने वाला आदमी ही जानता है माचिस की डिब्बी हो या नमक की पुड़... Read more
रामगढ़ की आयरन लेडी कमला नेगी
रामगढ़ ब्लॉक के ओड़ाखान गांव निवासी कमला नेगी को लोग “टायर डॉक्टर” के नाम से भी जानते हैं. जाने भी क्यों न भला, कमला 54 वर्ष की उम्र में भी बड़ी आसानी से छोटे बड़े वाहनों सहित जे... Read more
यूट्यूब स्टार पवन की पहाड़ी बाखली में मिलता है परम्परा और आधुनिकता का मेल
चौकोड़ी से बागेश्वर जाने वाली सड़क में कोटमन्या से शुरु होता है एक अद्भुत संसार. घने, छायादार जंगलों के बीच होती हुई यह सड़क आपको पांखू की तरफ ले जाती है. दसियों खुबसूरत जलधारे इस सड़क को पार... Read more
ढांटा ब्या उत्तराखण्ड के खशों में प्रचलित तथा सामाजिक मान्यता प्राप्त निरनुष्ठानिक विवाह का एक प्रकार था. इसमें कोई सधवा (परिव्यक्ता या अपरित्यक्ता) अपने पूर्व पति को अथवा विधवा स्त्री मृत प... Read more