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1 Comments

  1. फीनिक्स

    कहां गया गुरूजी वो दौर अब? बस थोड़ी मेहनत और टाइम ही तो मांगता था। और इन डोकों, भकारों को बनाने में एक मजा भी तो आता ही होगा। वाह, रेडियो सुनते सुनते करते रहो अपना काम।
    और अब? अब तो धरती को विष से भर देने वाले प्लास्टिक के भांडे, बर्तन आ गए हैं जिनको नदी, नालों, गधेरों में यदि सालों तक पड़े रहने दिया जाए तो धरती पानी सब विषैला हो जाने वाला हुआ।

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