सुन्दर चन्द ठाकुर

अगर ग्रो करना है तो ग्रोथ माइंडसेट बनाओ

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Mindfit GROWTH

आज हम ग्रोथ माइंडसेट के बारे में बात करने वाले हैं. मुझे पूरा यकीन है कि लेख के अंत तक पहुंचते-पहुंचते आप ग्रोथ माइंडसेट को समझ जाएंगे और अपने जीवन को ग्रोथ के रास्ते पर ले जाने के लिए इस जादुई माइंडसेट का इस्तेमाल करने लगेंगे. अगर आप चुनौतियों को गले लगाकर और अपने भीतर छिपी संभावनाओं को हकीकत में बदल अपने अरमानों को जीवन के खुले आकाश में उड़ते देखना चाहते हैं, तो दोस्तो let me tell you that आप एकदम सही जगह पर पहुंचे हैं. चलिए पहले जरा इस ग्रोथ माइंडसेट को समझ लेते हैं. आज मैं अपनी बातें 10 हिस्सों में आपको बताऊंगा.

पहला- क्या होता है ग्रोथ माइंडसेट

दोस्तो अगर बहुत सिंपल शब्दों में कहा जाए तो ग्रोथ माइंडसेट कुछ और नहीं आपका भरोसा है कि आप मेहनत और समर्पण के जरिए अपनी सामर्थ्य और बुद्धि को बढ़ा सकते हैं. I mean it’s the belief that your abilities and intelligence both can be developed through dedication and hard work. अगर सामर्थ्य और बुद्धि बढ़ गई तो जीवन में आगे बढ़ना, सफल होना तो अपने आप हो ही जाएगा. दोस्तो एक fixed mindset समझता है कि हम अपनी बुद्धि और गुण सब अपने माता-पिता से पाते हैं या जन्म से लेकर आते हैं जबकि ग्रोथ माइंडसेट संभावनाओं की दुनिया को खुला रखता है और मानता है कि जो गुण पहले न था, जो आदत पहले न थी, उसे अभ्यास यानी practice से पाया जा सकता है.

दूसरा- ग्रोथ माइंडसेट और न्यूरोसाइंस

चलिए अब जरा ग्रोथ माइंडसेट के लिए जिम्मेदार न्यूरोसाइंस के बारे में जानते हैं. हाल के सालों में की गई रिसर्च से मालूम चलता है कि हमारे दिमाग की adapt करने की शक्ति हमारी अपेक्षाओं से कहीं ज्यादा है. यानी अगर हम नई चीजों को सीखने और उसे जिंदगी में अपनाने की बात करें, तो हमारे दिमाग का कोई सानी नहीं. एक समय था जब गांव के लोग मोबाल नहीं चला पाते थे. उन्हें whatsapp, इंटरनेट की कोई नॉलेज नहीं थी पर आज गांव की अनपढ़ औरतें भी यूट्यूब पर खाना बनाने के नुस्खे सीखा रही हैं और करोड़ों रुपये कमा रही हैं. ब्रेन की खुद को reorganize करने की क्षमता को हम Neuroplasticity कहते हैं. दिमाग की इस क्षमता का मतलब है कि तुम अपनी ग्रोथ माइंडसेट की मदद से अपने दिमाग की संरचना को ही बदल सकते हो. मैंने पिछले पांच सालों में इसी पर काम किया है और आज मैं आपके सामने अपने दूसरे यूट्यूब चैनल के साथ मौजूद हूं. इस न्यूरोप्लास्टिसिटी के चलते ही मेरे सोचने और काम करने का तरीका पूरी तरह बदल चुका है.

तीसरा- चुनौतियों को गले लगाओ

ग्रोथ माइंडसेट का सबसे महत्वपूर्ण पहलू चुनौतियों को गले लगाना है. दोस्तो मैंने जब अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया, तो बहुत लंबे समय तक मैं अपने विडियो एडिट करने के लिए अपनी बेटी और कुछ दूसरे लोगों पर dependent था. वे अपने हिसाब से काम करते थे. एक दिन एडिट करने में मदद करने वाले से कुछ कहासुनी होने के बाद मैंने फैसला किया कि मैं खुद सीखूंगा. मैंने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और 16 घंटे लगाकर अपना 20 मिनट का विडियो एडिट किया, एकदम अपने मन के हिसाब से. दोस्तो उस दिन से मैं अब किसी नए काम को सीखने से घबराता नहीं क्योंकि मुझे पता है कि सीखना तो एक ही बार पड़ता है जबकि उस सीखे हुए का हम जीवन भर इस्तेमाल करते हैं. मुश्किलों से बचने की कोशिश करने की बजाय उन्हें अपने लिए सीखने और बेहतर होने के अवसर यानी opportunity के रूप में देखें. नजरिए का यह बदलाव, this shift in perspective will completely change your personal and professional life.

चौथा- ‘अभी तक’ की शक्ति

क्या आपने इस ‘अभी तक’ नामक शक्ति के बारे में सुना है. The power of YET in English. अपने शब्दकोष में अंग्रेजी के इस एक शब्द और हिंदी के दो शब्दों को जोड़ देने भर से ही आप अपना रूपांतरण कर सकते हैं. यह कहने की बजाय कि I can’t do this कहो कि I can’t do this YET. ‘मैं यह नहीं कर सकता’ ऐसा कहने की बजाय कहो कि ‘मैं अभी तक ऐसा नहीं कर सकता.’ मैं अभी तक नहीं कर सकता, पर मैं खुद पर काम करूंगा, सीखूंगा और कल इसे सफलतापूर्वक करने लगूंगा. यह मेरे लिए असंभव नहीं है. I can’t do this YET but I can do it in very soon. It’s just a matter of learning and practicing. दोस्तो यह बहुत सिंपल है लेकिन यह ग्रोथ और प्रोग्रेस का दरवाजा खोल देता है.

पांचवां- फीडबैक से सीख लेना

पर्सनल डेवलेपमेंट के लिए constructive feedback सोने की खान से कम नहीं दोस्तो. वह चाहे पॉजिटिव फीडबैक हो या constructive feedback हर फीडबैक को खुद को सुधारने के लिहाज से एक important tool के रूप में देखें. इस बात को जान लें कि जो लोग सफलता की चोटी पर हैं वे भी फीडबैक के आधार पर सीखते और ग्रो करते रहते हैं.

छठा- सीखने के लिए चाह पैदा करो

ग्रोथ माइंडसेट विकसित करने के लिए दोस्तो आपको नया सीखने की चाह पैदा करनी होगी. सीखना भी एक कला है. आपको इस कला से प्यार करना होगा. बच्चों की तरह जिज्ञासू बनो, नए-नए इंटरेस्ट की चीजें खोजो और सीखने की राह पर कभी रुको मत. चलते रहो. जितना तुम सीखोगे उतना ही आगे बढ़ते रहोगे और ऊपर चढ़ते रहोगे. पिछले पांच सालों में मैंने योग सीखा और उसका सटिफाइड टीचर बना, मैंने Neuro Linguistic Programming का कोर्स किया. मैं माइंडफुल मेडिटेशन का कोर्स कर रहा हूं, मैंने विडियो एडिटिंग सीखी. मैंने रनिंग और healthy food के बारे में सीखा. राइटिंग की कला सीखी. मैं महीने में कम से कम तीन किताबें जरूर पढ़ता हूं. कुल मिलाकर यह कि जितना मैं सीख रहा हूं उतना ही ग्रो कर रहा हूं. आप भी सीखोगे, तो ग्रो ही करोगे.

सातवां- रुकावटों को दूर करें

दोस्तो एक बात याद रखें कि कोई भी यात्रा ऐसी नहीं हो सकती जिसमें कि रुकावटें न आएं. और रुकावटें अगर न आएं तो यात्रा का मजा ही क्या. उसमें कोई रोमांच रहेगा क्या? इसलिए अपने लक्ष्य की ओर जब आप सफर की शुरुआत करो, तो पहले ही जान लो कि रुकावटें आने वाली हैं. इस सफर में झटके भी लगेंगे, उम्मीदें भी टूटेंगी. सबके लिए तैयार रहो. रुकावटों और चुनौतियों को अपनी लड़ने की शक्ति, अपने धैर्य से पराजित करो. Develop resilience and perseverance to navigate challenges with a positive attitude.

आठवां- खुद को पॉजिटिव बनाकर रखो

दोस्तो आपके माइंडसेट को सबसे ज्यादा वह माहौल प्रभावित करता है जिसमें आप रहते हो. अगर आप हार मान चुके, समझौते करने वाले और नेगेटिव लोगों से घिरे रहोगे, तो आप जीतने के बारे में, लक्ष्य हासिल करने के बारे में, आगे बढ़ने के बारे में नहीं सोच पाओगे. आप अगर पॉजिटिव प्रभाव रखने वाले मेरे जैसे लोगों के साथ रहेंगे, तो असंभव को पाना भी आपके लिए आसान रहेगा. हाहा. माफ करना अपने मुंह मियां मिट्ठु बना. कई बार समझाने के लिए करना पड़ता है. On a serious note, Living in a positive environment, with a positive community can be a real game changer.

नौवां- लक्ष्य प्राप्ति में विजुअलाइजेशन की मदद

दोस्तो आप यकीन नहीं करेंगे पिछले साल मैं हैमस्ट्रिंग में टेयर के बावजूद मुंबई मैराथन दौड़ा था. महज 12 दिन की तैयार के साथ मैंने 5 घंटे 5 मिनट में मैराथन पूरी की थी सिर्फ और सिर्फ विजुअलाइजेशन की पावर से. मैंने फिनिश लाइन पर पहुंचने के दृश्य को बार-बार विजुअलाइज किया कि कैसे मैं मुस्कराते हुए पूरे जोश के साथ और बिना किसी चोट के दौड़ पूरी कर रहा हूं और exactly ऐसा ही हुआ. इसलिए प्रकृति द्वारा इंसान को दी गई विजुअलाइजेशन की सुपर पावर का उपयोग करें और अपने लक्ष्य जरूर बनाएं. Yes, set your goals. मैंने पहले ही विडियो में गोल सेट करने के लिए जरूरी बातें बताई हैं. Go and revisit that video.

दसवां- Affirmations का इस्तेमाल करें

दोस्तो मैं खुद को हमेशा पॉजिटिविटी और एनर्जी से भरे रखने के लिए स्वामी परमहंस योगानंद के दिए हुआ पॉजिटिव affirmations का इस्तेमाल करता हूं. अपने दिन की शुरुआत ही पॉजिटिव Affirmations से करो. मैं इन्हें हिंदी में दृढ़ वचन कहता हूं. खुद से ये वचन कहो. ऐसे वचन कहो जो ग्रोथ और उन्नति में भरोसे को बढ़ाए. धीरे-धीरे ये दृढ़ वचन आपके माइंडसेट को बदल देंगे और आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएंगे.

तो दोस्तो मैंने आपको Growth Mindset अपनाने के लिए प्रचलित techniques का एक क्रैश कोर्स ही करवा दिया. नहीं? यह बात कभी न भूलिएगा कि यह एक जर्नी है desination नहीं. ग्रोथ माइंडसेट जितना स्ट्रॉन्ग बनता जाएगा उतनी ही तेज गति से आप आगे बढ़ते जाओगे.

सुन्दर चन्द ठाकुर

कवि, पत्रकार, सम्पादक और उपन्यासकार सुन्दर चन्द ठाकुर सम्प्रति नवभारत टाइम्स के मुम्बई संस्करण के सम्पादक हैं. उनका एक उपन्यास और दो कविता संग्रह प्रकाशित हैं. मीडिया में जुड़ने से पहले सुन्दर भारतीय सेना में अफसर थे. सुन्दर ने कोई साल भर तक काफल ट्री के लिए अपने बचपन के एक्सक्लूसिव संस्मरण लिखे थे जिन्हें पाठकों की बहुत सराहना मिली थी.

इसे भी पढ़ें: मैंने अपनी स्मोकिंग की बुरी आदत से छुटकारा पाया

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