तैमूर लंग की आपबीती
“मैं उल्लू की आवाज़ को अशुभ नहीं मानता, फिर भी इस आवाज़ से अतीत और भविष्य की यादों में खो जाता हूं. जब भी रात को उल्लू की आवाज़ सुनता हूं, लगता है दुनिया के अतीत का इतिहास मेरी आंखों क... Read more
सितम्बर 2023 को राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित युवा कवि विहाग वैभव की कविताओं का बहुचर्चित संकलन ‘‘मोर्चे पर विदा गीत’’ की उपरोक्त पंक्तियाँ और अन्य कवितायें पढ़ने को मिलीं. पुस्तक को पढ़ते हुए... Read more
राजी जनजीवन की झलक दिखाता एक बेहतरीन उपन्यास
‘काली वार काली पार’ पुस्तक के लेखक शोभाराम शर्मा की एक दो कृतियां बहुत पहले पढ़ी थी, जिनमें उनके जनप्रतिबद्ध लेखन की झलक देखी थी मैंने. न्यू वर्ल्ड पब्लिकेशन से 2022 में आयी इस पुस्तक को पढ़... Read more
सम्पूर्ण हल्द्वानी खास की भूमि नजूल है?
उत्तराखंड के नैनीताल जिले की हल्द्वानी तहसील के बनभूलपुरा क्षेत्र की अधिकाँश आबादी इन दिनों सड़कों पर है. सर्दी के इस मौसम में अचानक यह क्षेत्र देश- दुनिया के स्तर पर चर्चा का केंद्र बनता जा... Read more
शान्ति बुआ की अन्तिम यात्रा
-चन्द्रकला सालों बाद शान्ति बुआ को ट्रेन में देखा तो मन के भीतर दुख का एहसास गहरा गया. उसके कमजोर शरीर को देखकर साफ समझ आ रहा था किसी गम्भीर बीमारी से ग्रसित है. लेकिन इतने के बाद भी बुआ के... Read more
संकल्प : पहाड़ी घसियारिनों की कहानी
-चन्द्रकला पहाड़ की चोटी पर घाम दिखाई देने लगा है. पहाड़ों पर घाम आने तक तो घर से बाहर काम-काज के लिए निकलने की तैयारी पूरी हो जाती है. बचुली भी जल्दी-जल्दी अपने काम निपटा रही है. उसे... Read more
टिकटशुदा रुक्का : जातीय विभेद पर टिके उत्तराखंडी समाज का पाखण्ड-चन्द्रकला ‘नवारुण’ से प्रकाशित नवीन जोशी के नवीनतम उपन्यास ‘टिकटशुदा रुक्का’ को पढ़ते हुए उनके पहले उपन्यास ‘दावानल’ की तस्वीर... Read more
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