उत्तराखण्ड की निचली पहाड़ियों में कल दिन भर मौसम की पहली बर्फ़बारी हुई. गढ़वाल मनादल के केदारनाथ, बद्रीनाथ, चौपटा, गंगोत्री, यमुनोत्री, हर्षिल और मसूरी में जबरदस्त बर्फ़बारी हुई है. कुमाओं मंडल में भी मुनस्यारी, मुक्तेश्वर, पहाड़पानी, धानाचूली, सुन्दरखाल, थल, कपकोट समेत कई पहाड़ियों पर बर्फ़बारी से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया.सीजन की पहली बर्फ़बारी ने पर्यटकों की भी अमाद बढ़ा दी है. 13 दिसंबर का दिन कई पहाड़ी क्षेत्रों में अब तक का सबसे ठंडा दिन रहा. इस साल ठण्ड ने कई सालों के रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं. पिछले 10 सालों में इन अलकों में दिसंबर के पहले पखवाड़े में बर्फ़बारी देखने को नहीं मिली थी.
काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल ट्री
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये यहाँ क्लिक करें
(1906 में छपी सी. डब्लू. मरफ़ी की किताब ‘अ गाइड टू नैनीताल एंड कुमाऊं’ में आज से कोई 120…
उत्तराखंड के सीमान्त जिले पिथौरागढ़ के छोटे से गाँव बुंगाछीना के कर्नल रजनीश जोशी ने…
(1906 में छपी सी. डब्लू. मरफ़ी की किताब ‘अ गाइड टू नैनीताल एंड कुमाऊं’ में…
पिछली कड़ी : साधो ! देखो ये जग बौराना इस बीच मेरे भी ट्रांसफर होते…
आपने उत्तराखण्ड में बनी कितनी फिल्में देखी हैं या आप कुमाऊँ-गढ़वाल की कितनी फिल्मों के…
“भोर के उजाले में मैंने देखा कि हमारी खाइयां कितनी जर्जर स्थिति में हैं. पिछली…