समाज

शीतलाखेत से हिमालय पर सूरज की पहली किरण: फोटो निबंध

हिमालय पर सूरज की पहली किरण पढ़ते देखना अद्भुत है. उत्तराखंड के अनेक हिस्सों से इस अद्भुत दृश्य का आनन्द लिया जा सकता है. Shitalkhet Almora Himalaya Photos

अल्मोड़ा से रानीखेत जाने वाली सड़क पर करीब 30 किमी की दूरी पर शीतलाखेत कुमाऊं के उन क्षेत्रों में हैं जहाँ से हिमालय की लम्बी श्रृंखलाओं को निहारा जा सकता है. Shitalkhet Almora Himalaya Photos

शीतलाखेत से सूर्योदय ओर सूर्यास्त के मनोरम दृश्य देखे जा सकते हैं. हिमालय के शिखर पर पड़ने वाली पहली किरण को यह अद्भुत दृश्य न केवल मनोरम है बल्कि यह रोमांचित भी करता है.

प्रकृति से प्रेम करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए यह एक अद्भुत क्षण है. हिमालय की लम्बी श्रेणी में सूर्य की किरण एक एक कर उसकी चोटियों को छूती है. रंग बदलते हिमालय की यह तस्वीर देखना अपने आप में अद्भुत अनुभव है.

सूर्योदय के बाद शीतलाखेत से आप हिमालय की सफेद लम्बी श्रेणी देखने को मिलती है. हिमालय को चूमती सूर्य की पहली किरण के इस क्षण को तस्वीरों को यहां देखिये

फोटो : कमलेश कांडपाल
फोटो : कमलेश कांडपाल
फोटो : कमलेश कांडपाल
फोटो : कमलेश कांडपाल
फोटो : कमलेश कांडपाल
फोटो : कमलेश कांडपाल
फोटो : कमलेश कांडपाल
फोटो : कमलेश कांडपाल

मूल रूप से बागेश्वर के रहने वाले कमलेश काण्डपाल कुमाऊं क्षेत्र के जाने-माने कम्प्यूटर इंजीनियर हैं. घूमने और फोटोग्राफी के शौकीन कमलेश मोबाइल से देश- दुनिया की अद्भुत तस्वीरें साझा करते रहते हैं.

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें: Kafal Tree Online

काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल ट्री

काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये यहाँ क्लिक करें

Kafal Tree

View Comments

Recent Posts

सर्दियों की दस्तक

उत्तराखंड, जिसे अक्सर "देवभूमि" के नाम से जाना जाता है, अपने पहाड़ी परिदृश्यों, घने जंगलों,…

1 day ago

शेरवुड कॉलेज नैनीताल

शेरवुड कॉलेज, भारत में अंग्रेजों द्वारा स्थापित किए गए पहले आवासीय विद्यालयों में से एक…

1 week ago

दीप पर्व में रंगोली

कभी गौर से देखना, दीप पर्व के ज्योत्सनालोक में सबसे सुंदर तस्वीर रंगोली बनाती हुई एक…

1 week ago

इस बार दो दिन मनाएं दीपावली

शायद यह पहला अवसर होगा जब दीपावली दो दिन मनाई जाएगी. मंगलवार 29 अक्टूबर को…

1 week ago

गुम : रजनीश की कविता

तकलीफ़ तो बहुत हुए थी... तेरे आख़िरी अलविदा के बाद। तकलीफ़ तो बहुत हुए थी,…

1 week ago

मैं जहां-जहां चलूंगा तेरा साया साथ होगा

चाणक्य! डीएसबी राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय नैनीताल. तल्ली ताल से फांसी गधेरे की चढ़ाई चढ़, चार…

2 weeks ago