सीन वन: सलामी आज से तकरीबन पच्चीस बरस पहले का होगा ये वाक़िया. गर्मियों के दिन थे और अपने बड़े भाई साहब के दोस्त के ननिहाल जाना हुआ. तब होता था ऐसा कुछ. दोस्त के मामा के ननिहाल या मामा के दोस्त के ननिहाल आप कहीं भी आ-जा सकते थे. कई बार तो ननिहाल के द... Read more