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4 Comments

  1. Sumit

    रोचक साक्षात्कार है…वक्त की जमीन पर धुंधली हो रही एक शानदार कला पर रोशनी डालने वाली रचना!!! बधाई!

  2. भुवन चन्द्र पन्त

    बहुत रोचक साक्षात्कार, पढ़ते समय ऐसा लगा जैसे धनीराम जी स्वयं सामने बैठे बयां कर हों ।

  3. Kuber Singh Negi

    धनीराम जी बधाई के पात्र हैं जिन्होंने अपनी जीवन यात्रा का वृतांत इतनी सरलता से सुनाया कि जैसे चलचित्र सामने से गुजर रहा हो।

  4. सुनील नागिला

    जिस दिन मै अपनी जिंदगी मे मकान बनाऊंगा वो पहाड़ी शैली का ही होगा ???

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