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2 Comments

  1. नकुल पंत

    बलि के विषय में केवल और केवल भ्रांतियां हैं।
    किसी भी वेद ,पुराण में देवताओं को प्रसन्न करने के विषय में बलि का जिक्र नही है।

  2. देवेन्द्र

    बजाय किसी भी धर्म ग्रंथ को आधार बना कर या ना बनाए बगैर यदि मनुष्य वर्तमान देश काल परिस्थिति के अनुरूप स्वविवेक से निर्णय लेना सीख ले तो बलि ही क्या अन्य धर्म द्वारा मान्य अथवा अमान्य अव्यवहारिक धारणाओं, रूढ़ियों से पीछा छुड़ा सकता है।

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