स्वामी सानंद को मनाने मातृसदन पहुंची केंद्र की टीम,एक घंटे बात के बाद खाली हाथ लौटे
गंगा रक्षा के लिए बीते 82 दिन से अनशनरत स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद को मनाने पहुंचे नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा परियोजना के डायरेक्टर जनरल राजीव रंजन और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की निजी सचिव स... Read more
ऋषभ पंत के ऐतिहासिक शतक के बाद भी हारी इंडिया
वहीं हुआ जिसका अंदेशा था. टीम इंडिया सीरीज़ का आख़िरी टेस्ट भी हार गई. लेकिन टीम इंडिया को तसल्ली हो सकती है कि ओवल के इस टेस्ट में ऐतिहासिक हार नहीं हुई है, जैसा कि उस वक़्त निश्चित लग रहा था,... Read more
पहाड़ से ये कमाई बंद करो
हमारी जरूरत को तुम लूट का बिंदु बनाते हो -शिवप्रसाद जोशी कुदरत इसी तरह से प्रहार करती आई है. 16-17 जून 2013 का प्रहार विध्वसंक था, जानलेवा था. सैलानी थे शोर था वाहन थे धर्मांधता थी. और वर्चस... Read more
चक्की, बुढ़िया और बच्चे की कहानी
सुदूर पहाड़ी गाँव में पठाली से छाये लाल मिट्टी और गोबर से लीपे गए एक घर के कोने मे लगाई जान्द्री (चक्की) में झुरझुराती पूस की बर्फीली झुसमुसी भोर में उस घर की बूढ़ी दादी घुर्र-घुर्र गेहूं पीस... Read more
प्लूटो को फिर मिल सकता है ग्रह का दर्जा
बर्फीले बौने खगोलीय पिंड प्लूटो को फिर से ग्रह का दर्जा मिल सकता है. वैज्ञानिकों के एक समूह ने कहा है कि प्लूटो को सौरमंडल के एक ग्रह के रूप में परिभाषित किया जाना चाहिए. वैज्ञानिकों का मानन... Read more
जिसके हम मामा हैं – शरद जोशी एक सज्जन बनारस पहुँचे स्टेशन पर उतरे ही थे कि एक लड़का दौड़ता आया ‘मामाजी! मामाजी!’ – लड़के ने लपक कर चरण छूए वे पहचाने नहीं बोले –... Read more
घासकटिया छक्के मारने वाला बॉम्बर वेल्स
बहुत समय नहीं हुआ जब क्रिकेट अपने महान खिलाड़ियों के अलावा कुछ ऐसे नामों के कारण भी बहुत लोकप्रिय था जो अपने जीते जी दूसरे कारणों से गाथाओं में बदल जाया करते थे. ऐसे ही एक खिलाड़ी थे ब्रायन डग... Read more
देहरादून से आए समाचार बता रहे हैं कि बहुचर्चित राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 74 मुआवजा घोटाले की जांच के सिलसिले में त्रिवेंद्र रावत सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. सीएम त्रिवेंद्र रावत ने बयान दिया ह... Read more
फूलदेई से पहले खिलते हैं प्योंली के फूल
आसमान को छेदती, नुकीली ऊँची-ऊँची बर्फीली चोटियों की तलहटी में देवदार,भोज और रिंगाल के हरे-भरे सघन जंगलों के बीच एक गहरे अनछुये उड्यार (गुफा) में कच्ची हल्दी के साथ गुलाबी बुरांस-सी रंगत वाली... Read more
11 सितंबर 1893 यानि आज से लगभग 125 साल पहले का दिन, स्वामी विवेकानंद के उस भाषण ने भारत को वैश्विक पटल पर एक अलग पहचान दिलाई. जो उन्होंने शिकागो के धर्म संसद में बोला था. इस भाषण ने लोगों का... Read more