एक और दिवस और हिन्दी में बिन्दी
एक बड़ा सा हॉल, इतना बड़ा कि मेरे कल्लू-झल्लू बैल की जोड़ी के साथ हमारी तीनों भैंसे और एक थोरू समेत गाँव के लगभग आधे परिवारों के इतने ही जानवर इसमें बांधे जा सकते थे. बीच में लगी एक बैंच जिसके... Read more
कुमाऊं की सोमेश्वर तहसील के रस्यारा गांव के चन्द्रलाल सेन जिनके पोते आज विश्व चैम्पियन हैं
कुमाऊँ की सोमेश्वर तहसील के रस्यारा गाँव में 1931 में जन्मे चन्द्रलाल सेन कुल ग्यारह भाई-बहनों में छठे थे. उनके निस्संतान चाचा बद्रीलाल सेन ने, जो अल्मोड़ा के जिला अस्पताल में कम्पाउंडर की नौ... Read more
हिन्दी पढ़ने – पढ़ाने वालों की एक अलग दुनिया है जो इसी दुनिया में होते हुए भी अलग – सी है – बहुत कुछ एक बंद दुनिया की तरह . यहाँ संकेत हिन्दी रचनाकार और पाठक वर्ग से नहीं अपि... Read more
क्रिकेट के प्रति भारत की दीवानगी के चलते हमारे यहां पर्याप्त क्षमता होने के बावजूद जिन खेलों के साथ लम्बे समय तक पूरा न्याय नहीं हो पाया है, बैडमिटन उनमें प्रमुख है. छोटे-छोटे कस्बों तक में... Read more
प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा
सालों पहले की बात है. राज कपूर क्लासिक ‘मेरा नाम जोकर’ की नाकामी के बाद लव स्टोरी ‘बॉबी’ (1973) बना रहे थे. विलेन के लिए छोटी सी जगह थी. उन्हें याद आये प्रेम चोपड़ा. अ... Read more
केदारनाथ पहुंचा बन्दर, तो लेह लद्दाख पहुंचा लँगूर
हिमालय ग्लोबल वार्मिंग से झुलस रहा है. अब इसका असर दिखने लगा है. लेह लद्दाख में लंगूर पहुंच गये हैं तो केदारनाथ से ऊपर तक बंदर आराम से अपने परिवार के साथ रह रहे हैं. ये दोनों ही जीव अमूमन, ज... Read more
म्यूचुअल फंड की यह जानकारी आपको कर देगी मालामाल
काॅलेज की डिग्री हासिल करने के बाद राहुल कुछ पैसा कमाने लगा. पैसा जब उसके अकाउंट में आने लगा, वह बचत के बारे में सोचने लगा. कभी वह टीवी में स्टाॅक मार्केट के बारे में सोचता या कभी रियल स्टेट... Read more
बात तब की है जब मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाख़िला लिया. गॉंव से गया एक लड़का जिसने दिल्ली का नाम भर सुना था अचानक गॉंव की प्राकृतिक जिंदगी छोड़कर दिल्ली की मशीनी जिंदगी में प्रवेश कर गय... Read more
पुणे की गणेश चतुर्थी तस्वीरों में
पुणे की गणेश चतुर्थी की ये तस्वीरें अपने कैमरे से हम तक पहुंचाई हैं हमारी नियमित फोटोग्राफर-स्तम्भकार विनीता यशस्वी ने काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल... Read more
नरैणा काफल पाको चैता
अगर आप उत्तराखंड से हैं तो आपके साथ बेड़ू पाको अपने आप जुड़ जाता है. उत्तराखंड का व्यक्ति अपना परिचय देता है और सामने वाला बेड़ू पाको अपने आप जोड़ लेता है. वर्ष 1955 में सोवियत संघ (वर्तमान... Read more