फोर्ब्स सूची में आने के लिए सियार सिंगी की तलाश
गाँव-देहात में तब बैंक नहीं खुले थे. साहूकार सूद पर रुपए चलाते थे. सूद की एक तय सीमा रहती थी. क्रेडिट कार्ड का तब तक चलन शुरू नहीं हुआ था. अब सवाल उठता है कि, जब साहूकारी का नाम सुनकर ही झुर... Read more
हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने : 49
हैड़ाखान बाबा की मृत्यु के कुछ ही दिन बाद एक किशोर वय का बाबा हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. इसका कोई पुख्ता सबूत तो नहीं था किन्तु बताया गया कि उसने एक बाबा को पहाड़ी से नीचे गिरा कर... Read more
कहो देबी, कथा कहो – 18
नई उड़ान खैर, दिल्ली पहुंचे और सीधे इंद्रपुरी के अपने वनरूम सेट में जाकर दम लिया. साथी कैलाश इंद्रपुरी में ही कहीं और रहने लगा था. मेरा पड़ोसी मक्का रिसर्च स्कीम का ही नया साथी एस.बी. सिंह हो... Read more
कुमाऊं में पारम्परिक विवाह प्रथा – 2
(पिछली कड़ी: कुमाऊं अंचल में पारम्परिक विवाह प्रथा – 1) गणेश पूजा. वैवाहिक कार्य बिना किसी बाधा के अच्छी तरह से सम्पन्न हों इस कामना के निमित्त वर व कन्या पक्ष के लोग अपने – अपने... Read more
कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 47
पिथौरागढ़ में रहने वाले बसंत कुमार भट्ट सत्तर और अस्सी के दशक में राष्ट्रीय समाचारपत्रों में ऋतुराज के उपनाम से लगातार रचनाएं करते थे. वे नैनीताल के प्रतिष्ठित विद्यालय बिड़ला विद्या मं... Read more
[11 मार्च 2013 को नैनीताल शहर में रहने वाले ख्यात फोटोग्राफर बलवीर सिंह का देहांत हो गया था. उससे कुछ समय पहले हमारी साथी विनीता यशस्वी ने इस जुझारू इंसान का एक इंटरव्यू किया था. वही प्रस्तु... Read more
बिड़ला वाले बिष्टजी और गेठिया के भूत
बिष्ट गुरु जी नैनीताल के मेरे मशहूर रेजीडेंशियल स्कूल में हॉबी के पीरियड्स के दौरान बच्चों को अपनी वर्कशॉप में मैटलवर्क सिखाया करते थे. क्लासरूम में प्रायः किसी अध्यापक के छुट्टी में गए होने... Read more
टाइगर वुड्स जैसा गोल्फ़र न कोई है न हुआ था
2007 में एक रेकॉर्ड कायम किया टाइगर वुड्स ने. उन्होंने गोल्फ़ खेलने के अलावा विज्ञापन वगैरह से कुल मिलाकर करीब एक सौ बाईस मिलियन डॉलर कमाए. यह उस समय तक के खेल इतिहास में किसी भी खिलाड़ी द्वा... Read more
फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट से रीयूनियन तक
पुराने मास्टरों और साथ पढ़ चुकी लड़कियों को जिस तरह और जितना इस युग में याद किया जा रहा है वैसा मानव-सभ्यता के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. पैंतीस-चालीस से लेकर पैंसठ-सत्तर के लोगों के बीच फे... Read more
हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने : 48
तमाम जुड़ावों के बीच उनके साथ बाबा हैड़ाखान को लेकर मेरा मतैक्य नहीं हो सका. वे 1970 में बाबा हैड़ाखान के भक्त बन गए और कुछ ऐसी अविश्वसनीय बातों की चर्चा उनके बारे में करने लगते कि सहज में उनका... Read more