फिल्मों में उत्तराखण्ड की अभिनेत्रियाँ
अपनी खूबसूरत वादियों के लिए दुनिया भर में पहचाना जाने वाला उत्तराखण्ड पहाड़ी लोगों की मोहित कर देने वाली नैसर्गिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है. थियेटर, टेलीविजन और फिल्मों की दुनिया में उत... Read more
फिल्मों का क्रेज़ और वो ज़माना
जिस तरह पुराने हीरो अब हीरो नहीं रहे, एक दम ज़ीरो हो गए हैं या दादा-नाना बनकर खंखार रहे हैं, उसी तरह अपने शहर के दो सिनेमाघरों में भी एक वीरान पड़ा है तो दूसरा मॉल बन गया है. अपने को पुराने... Read more
नैनीताल में दिलीप कुमार
फिल्म निर्माता बिमल रॉय की बेटी रिंकी रॉय भट्टाचार्य जब 1958 में अपने पिता द्वारा निर्मित ब्लॉकबस्टर फिल्म मधुमती के निर्माण पर पुस्तक, ‘बिमल रॉय’स मधुमती : अनटोल्ड स्टोरीज फ्रॉम बिहाइंड द स... Read more
अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से लगी महावतार गुफा में ध्यान लगाने आये थे अभिनेता रजनीकांत
ये पहाड़ मुझे नई ऊर्जा देते हैं : रजनीकांत सुपरस्टार रजनीकांत को सिनेमाजगत के सबसे बड़े सम्मान दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. इस खबर से अल्मोड़ा जिले के लोगों में... Read more
दो लफ़्ज़ों की है दिल की कहानी
Amore Mio Dove Stai Tu Sto Cercando Sei Solo Mio Amore Mio Dove Stai Tu Sto Cercando Sei Solo Mio दो लफ़्ज़ों की है दिल की कहानी या है मोहब्बत या है जवानी दो लफ़्ज़ों की है दिल की कहानी या ह... Read more
तुम दिन को अगर रात कहो, रात कहेंगे
जो तुमको हो पसंद, वही बात कहेंगे तुम दिन को अगर रात कहो, रात कहेंगे जो तुमको … चाहेंगे, निभाएंगे, सराहेंगे आप ही को आँखों में दम है जब तक, देखेंगे आप ही को अपनी ज़ुबान से आपके जज़्बात... Read more
आज मदहोश हुआ जाए रे मेरा मन
आज मदहोश हुआ जाए रे, मेरा मन, मेरा मन, मेरा मन बिना ही बात मुस्कुराए रे मेरा मन मेरा मन मेरा मन ओ री कली, सजा तू डोली ओ री लहर, पहना तू पायल ओ री नदी, दिखा तू दर्पण ओ री किरण ओढ़ा तू आँचल इक... Read more
बरखा-बहार पर सिनेमाई गीत
जल स्रोत और हरियाली, कुदरत की ऐसी नियामते हैं जो आँखों को सुकून देती हैं और मन को खुशी. पेड़- पौधे, पशु-पक्षी हों, चाहे मनुष्य, सभी बरसा से आनंदित होते हैं. इस खास मौसम में समूची कुदरत झूमने... Read more
हॉलीवुड के पीछे बॉलीवुड हमारे देश का मेनस्ट्रीम सिनेमा हॉलीवुड की नक़ल करने के लिए लम्बे समय से कुख्यात रहा है. हाल ही में आई फिल्म ‘ठग्स ऑफ़ हिन्दुस्तान’ इसका बड़ा उदाहरण कहा जा सकता है. इस फि... Read more
कलाबाज देव आनंद नैनीताल आये थे 1975 में
हिन्दी सिनेमा के सदाबहार नायक माने जाने वाले देव आनंद ने प्रसिद्धि के शिखर पर पहुँचने के बाद भी अपनी सादगी और नफासत में ज़रा भी कमी नहीं आने दी थी. फिल्मे बनाने को लेकर जैसा उत्साह उनके भीतर... Read more