आपने उत्तराखण्ड में बनी कितनी फिल्में देखी हैं या आप कुमाऊँ-गढ़वाल की कितनी फिल्मों के नाम जानते हैं. मेघा आ, सिपैजी, इकुलांस, गोपी भिना, केदार, और कितनी? हाल में आई संस्कार या फिर गढ़-कुमौं... Read more
(उत्तराखण्ड में जिला पिथौरागढ़ के सीमान्त गांव खोतिला की अनिता बिटालू का चयन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के सत्र-2022 लिए हुआ. तीन हजार कलाकारों ने उस साल ‘राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय... Read more
यूट्यूब में ट्रेंड हो रहा है कुमाऊनी गाना
यूट्यूब के ट्रेंडिंग चार्ट में एक गीत ट्रेंड हो रहा है सोनचड़ी. बागेश्वर की कमला देवी, नैनीताल के दिग्विजय और ऋषिकेश में जन्मी नेहा कक्कड़ की आवाज में यह गीत दुनिया भर में खूब पंसद किया जा र... Read more
वीमेन ऑफ़ मुनस्यारी : महिलाओं को समर्पित फ़िल्म
हाल ही में फिल्मकार भारतबाला की फिल्म ‘वीमेन ऑफ़ मुनस्यारी’ रिलीज़ हुई. यह फिल्म मुनस्यारी की महिलाओं की अदम्य आत्मशक्ति और जंगल की दिव्य चेतना के मध्य एक अलौकिक सम्बन्ध की मनोरम कथा है. ‘वी... Read more
कुछ खटकता तो है पहलू में मिरे रह रह करअब ख़ुदा जाने तिरी याद है या दिल मेरा. (जिगर मुरादाबादी) इस दस्तक को सुनकर आख़िर एक शख्स बरास्ते आसमान, सड़क और फ़िर पैदल चल पड़ता है अपन... Read more
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree कुमाऊनी, गढ़वाली मनोरंजन उद्योग से जुड़ी चुनौतियों के ले कर एक प्रेस वार्ता बीकानेर, हल्द्वानी में संपन्न हुई. वार्ता में... Read more
सृजन के शिखर पर गढ़वाली शार्ट फिल्म ‘पाताल-ती’
अच्छी फिल्म समीक्षा के लिए जरूरी है कि समीक्षक, खूब-सारी फिल्म देखता रहता हो. अपनी बात करूं तो सालों से कोई फिल्म देखी ही नहीं. ना थियेटर में और न ही किसी दूसरे माध्यम में. पिछली बार देखी फि... Read more
सब है यहां दिल के शहज़ादे ये है देश कुमाऊं
उत्तराखंड की खूबसूरती से हर कोई परिचित है देश-विदेश के लोग यहां की नैसर्गिक सुंदरता से आकर्षित होकर यहां घूमने आते हैं. हिंदी सिनेमा जगत भी यहां के आकर्षण से बच नहीं पाया है. हिंदी सिनेमा के... Read more
एक समय ऐसा भी था जब हिन्दी फिल्मों में पहाड़ी लोकगीतों की धुनों का इस्तेमाल किया जाता था. आज की पीढ़ी को यह बात एक तरह की गप्प लगेगी. वैसे मोबाइल में दुनिया खोजने वाली इस पीढ़ी को तो बुजुर्ग... Read more
हल्द्वानी में नाट्य प्रस्तुतियों ने बाँधा समां
सर्द मौसम में ‘इंस्पिरेशन सीनियर सेकेंडरी स्कूल,’ काठगोदाम के हॉल के माहौल में तपिश का अहसास था. इस गर्मी की वजह थी वे नाट्य प्रस्तुतियां जिन्हें नन्हे और युवा कलाकार अंजाम दे रहे थे. कलाकार... Read more