बर्फ से ढकी सात पहाड़ियों के बीच हेमकुंड झील
सिखों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह ने विचित्र नाटक के छठे भाग में लोकपाल-दंड पुष्करणी के बारे में लिखा –हेमकुंड पर्वत है जहां, सप्तश्रृंग सोहत है वहांतहां हम अधिक तपस्या साधी... Read more
उत्तराखंड में सोमरस ने कोरोना का खौफ़ भगाया
उतराखंड सरकार के महीने भर के मंथन के बाद आज दिन था सोमरस के निकलने का. सोमरस को लेकर लम्बे समय से अफ़वाहों का बाजार गर्म था लेकिन आखिर सरकार कृपा से सोमरस छलक ही गया. (No Social Distancing Ou... Read more
लॉकडाउन का दूसरा चरण समाप्ति की ओर है. स्वच्छताकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी ने 133 करोड़ की आबादी वाले बड़े देश को संभाला है. पिछले एक महीने से अधिक के समय में उत्तराखंड पुलिस की कुछ तस... Read more
हुड़किया जागर, डमरिया जागर और मुरयो जागर
जमाना वीर लोगों को सम्मान देता है. उनके शौर्य, साहस और पराक्रम की गाथाओं को हर पीढ़ी अगली पीढ़ी को सौगात के रूप में भेंट कर जाती हैं. यही कथाएं लोक गायक सुरीले स्वरों के आरोह अवरोह में बांध... Read more
गेहूँ की नई नस्ल पैदा कर देने वाले उत्तराखण्ड के किसान योद्धा नरेन्द्र सिंह मेहरा से मिलिए
कुमाऊं अंचल के प्रवेश द्वार हल्द्वानी शहर से सटा हुआ गौलापार क्षेत्र खेती, बागवानी और पशुपालन की दृष्टि से बहुत समृद्ध माना जाता है. प्रशासनिक इकाई की दृष्टि से गौलापार क्षेत्र नैनीताल जनपद... Read more
उत्तराखंड के एक कलेक्टर जिनका काम ही उनकी पहचान है
हमारे सिस्टम में तीन पदों की बड़ी अहमियत है, पीएम, सीएम और डीएम. किसी भी जिले में डीएम यानी कलेक्टर जिसे जिलाधीश भी कहते हैं और जिलाधिकारी भी, कुछ राज्यों में इसे उपायुक्त भी कहा जाता है. कह... Read more
लॉकडाउन में अल्मोड़ा के स्याल्दे ब्लॉक के जसपुर गांव के लोग बेहद चर्चा में हैं. वजह है गांव के अप्रवासी जो दक्षिण अफ्रीका में रहकर आसपास के गांव के लोगों की मदद में जुटे हैं. अब तक विदेश में... Read more
छिपला जात में स्वर्ग जाने का रास्ता
छिपला के दक्षिणी ढाल में भैमण गुफा में सभी यात्री अँधेरे में ही जाग कर आगे की यात्रा के लिए चल पड़े. हम इस लम्बी कतार में कहीं बीच में थे. गुफा के भीतर बुग्याल की नर्म घास बिछी थी लेकिन जैसे... Read more
17 और 19 का पहाड़ा न याद होने से हमें जिन्दगी के शुरुआत में ही करियर के दो विकल्प मिल चुके थे. पहला डुट्याल का, दूसरा ड्राइवर का. एलिफेन्ट की स्पेलिंग ने इस बात पर पक्की मोहर लगा दी थी कि हम... Read more
हेमवती नंदन बहुगुणा का बचपन और प्रारम्भिक शिक्षा
दुनिया मुझे हेमवती नंदन बहुगुणा के नाम से जानती है. गाँव वालों के लिए मैं कळ्या था. साँवले वर्ण के कारण. काकी-ताई-दादी के लिए मैं हमेशा कळ्या ही रहा. मैं भी कभी कुछ भिजवाता तो कहता कि कहना क... Read more