वह भी एक दौर था
अतीत की स्मृतियों में अभी भी ताजा है वो सब– मेरी उम्र की पूरी जमात हंसी-खुशी स्कूल जाती थी, टाट पट्टी में बैठती थी कलम और दवात से तख्ती पर लिखती थी और स्लेट पर खड़िया से आड़ी-तिरछी लक... Read more
मशीन में मिल जाने की कगार पर आ पहुंचा है इंसान
औद्योगिक क्रांति से अब तक इंसान बेहद गैर-ज़िम्मेदारी से अपने पर्यावरण को तोड़ने-मरोड़ने में लगे रहे. नतीजतन जलवायु से सम्बंधित एक बड़ी आपदा आज हमारे मुंह बाए खड़ी है. जिन तकनीकों के साथ आज ह... Read more
आओ मिलकर सोचें
[यह आलेख हमारे पाठक प्रबोध उनियाल ने आज यानी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भेजा है. उनका एक लेख हम पहले भी छाप चुके हैं – द लायन किंग: यदि आपस में ही हम लड़ते हैं तो फायदा किसका होता है]... Read more
दरियागंज का ऐतिहासिक किताब बाजार बंद
दिल्ली में किताबों के क़रीब जाने का सबसे अच्छा तरीक़ा होता था दरियागंज के फुटपाथ में रविवार को लगने वाला पुस्तक बाज़ार. थोड़ी सी मसक्कत और छानबीन के बाद आपको वो किताब नजर आ ही जाती थी जिसकी... Read more
रौशनी के बिना शिक्षा की लौ नहीं जलती
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2019-20 का बजट प्रस्तुत करते हुए मोदी सरकार की जिन महत्वाकांक्षी योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया है उनमें सौभाग्य योजना भी शामिल है. बजट में इस बात पर ख़ास ज... Read more
सब कुछ करना, बस बच्चे को इंजीनियर मत बनाना
मैं वर्षों एक कंपनी में एचआर हेड के पद पर रहा हूं. इससे पहले भी कई दूसरी कंपनियों में इसी पद को धारण करता रहा हूं. मेरी नौकरी के इन वर्षों के दौरान मुझे अपने रिश्तेदारों, दोस्तों, ... Read more
शिक्षक और पुस्तक के लिये आन्दोलन कर रहे हैं छात्र और शिक्षा मंत्री अपनी कविता सुना रहे हैं
आज जब पिथौरागढ़ के छात्रों द्वारा पुस्तक और शिक्षक के लिये चल रहे आन्दोलन को राष्ट्रीय मिडिया ने दिखाना शुरु किया है तो छात्रों में एक नया जोश है. पिथौरागढ़ के छात्रों द्वारा चलाये जा रहे आन्द... Read more
बहुत दूर से चल कर आई है पहाड़ में नागफनी
अल्मोड़ा राजमार्ग पर इस मैक्सिकन फूल से कई मुलाक़ातें हुईं! (Prickly Pear Cactus Uttarakhand Himalayas) उत्तराखंड: भवाली से गुज़रते हुए अल्मोड़ा की ज़ानिब तकरीबन मिडवे में यह दरख्तनुमा प्रिकली पि... Read more
पिछली शताब्दी की महानतम प्रतिभाओं में एक थे बर्ट्रेंड रसेल. वे एक ऐसे गणितज्ञ थे जिन्हें नोबेल पुरुस्कार मिला था. यह उनके व्यक्तित्व का एक दूसरा बड़ा आयाम थे कि वे एक विख्यात दार्शनिक भी थे ज... Read more
प्रो. युवाल नोह हरारी यरुशलम विश्वविद्यालय में इतिहास पढ़ाते हैं. उनके लिए इतिहास संस्कृति के जन्म के साथ शुरू नहीं होता बल्कि वह उसे बहुत-बहुत पीछे ब्रहमांड के उद्भव तक ले जाते हैं. इतिहास क... Read more