शऊर हो तो सफ़र ख़ुद सफ़र का हासिल है – 11
यूपीएससी उपासक की वेदना अभी पंकज सर और देवेन्द्र `चुरू’ मिले कॉरीडोर में. दोनों ऐसे चल रहे थे जैसे कोई वू-डू करके चला रहा हो. वू-डू भी नहीं बल्कि जैसे कल हेमा मैडम बता रही थीं कि यहाँ पहाड़ों... Read more
एक और दिवस और हिन्दी में बिन्दी
एक बड़ा सा हॉल, इतना बड़ा कि मेरे कल्लू-झल्लू बैल की जोड़ी के साथ हमारी तीनों भैंसे और एक थोरू समेत गाँव के लगभग आधे परिवारों के इतने ही जानवर इसमें बांधे जा सकते थे. बीच में लगी एक बैंच जिसके... Read more
नारायणराम टेलर मास्टर की फसक
नारायणराम मास्साब के बारे में समूचे रानीखेत और आसपास के इलाकों में विख्यात था कि वे नब्बे की उमर में भी दिन भर में एक थ्री-पीस काट और सिल लेते थे. वे अंग्रेजों के ज़माने के टेलर थे और 1947 से... Read more
कुमाऊं की सोमेश्वर तहसील के रस्यारा गांव के चन्द्रलाल सेन जिनके पोते आज विश्व चैम्पियन हैं
कुमाऊँ की सोमेश्वर तहसील के रस्यारा गाँव में 1931 में जन्मे चन्द्रलाल सेन कुल ग्यारह भाई-बहनों में छठे थे. उनके निस्संतान चाचा बद्रीलाल सेन ने, जो अल्मोड़ा के जिला अस्पताल में कम्पाउंडर की नौ... Read more
पुणे की गणेश चतुर्थी तस्वीरों में
पुणे की गणेश चतुर्थी की ये तस्वीरें अपने कैमरे से हम तक पहुंचाई हैं हमारी नियमित फोटोग्राफर-स्तम्भकार विनीता यशस्वी ने काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल... Read more
अनुराग कश्यप चलती का नाम गाड़ी हो चुके हैं. सितारेदार प्री-पेड रिव्यूज का पहाड़ लग चुका है. वे अब आराम से किसी भी दिशा में हाथ उठाकर कह सकते हैं- इतने सारे लोग बेवकूफ हैं क्या? फिर भी इतना क... Read more
कुमाऊनी लोकगायिका कबूतरी देवी (1945 – 7 जुलाई, 2018) ने सत्तर के दशक में अपने लोकगीतों से अपने लिए अलग जगह बनाई. साल 2016 में उत्तराखंडी लोक संगीत में अभूतपूर्व योगदान के लिए उत्तराखण... Read more
किस्सा गंजनाशक तेल और दो यारों का -शम्भू राणा उन दोनो की दोस्ती काफी पुरानी और गाढ़ी थी. दोनों की आदतें, स्वभाव और पसंद-नापसंद काफी मिलती थीं. कुछ लोग उन्हें पीठ पीछे उनकी हरकतों के चलते रंगा... Read more
मेरी जिंदगी में किताबें
कुछ दिन हुए किताबों के महामेले से लौटी हूं. पुस्तक मेले में जाना मेरे लिए किसी उत्सव की तरह होता है, हालांकि जानती हूं कि वहां से मनों निराशा और टनों उदासी के साथ वापस लौटूंगी. हिंदी किताब... Read more
आस्था और जीवट का महाकुम्भ है नंदा राजजात यात्रा
उत्तराखण्ड की इष्ट देवी नंदा मानी जाती हैं. प्रदेश के सभी क्षेत्रों में नंदा देवी की वन्दना में उत्सव मनाये जाते हैं. इन उत्सवों में ख़ास है नंदा जात, जात का अर्थ है यात्रा. यह हर वर्ष मनायी... Read more